✍🏻रिपोर्ट – पवन साहू विशेष संवाददाता कौशाम्बी
✒️ कौशाम्बी जिले के सिराथू में बने 50 शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय के कर्मचारी इन दिनों मनमानी पर उतर आए हैं अच्छी चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध करने वाली वचनबद्ध सरकार की मनसा पर कर्मचारी पानी फेरते हुए नजर आ रहे हैं।
अस्पताल में पहुंचते ही सबसे पहले रजिस्ट्रेशन रूम पर बैठा हुआ क्लर्क विवेक कुमार पांडे मरीजों एवं तीमारदारों से अभद्रता करता हुआ दिख जाएगा आपको बता दें कौशाम्बी जिले के सिराथू में शानन द्वारा 50 बेड का आयुर्वेदिक चिकित्सालय बनाया गया है करोड़ों की लागत से बने इस चिकित्सालय में होम्योपैथिक , यूनानी एवं आयुर्वेदिक उपचार प्रदान किया जाता है । परन्तु इन दिनों यह पूरी तरह से खस्ता हाल हो चुका है अस्पताल में आने वाले मरीजों को जहां एक तरफ पूरी दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं तो दूसरी तरफ कर्मचारी मरीजों एवं तीमारदारों से उलझते हुए नजर आ जाएंगे
हालत यह है कि लोग अब इस अस्पताल में जाने से कतरने लगे हैं अब सवाल यह उठता है सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करके एवम लाखों रुपए कर्मचारियों को महीने में वेतन देकर क्षेत्र के लोगों को अच्छी चिकित्सा व्यवस्था प्रदान कराने के लिए जो अस्पताल बनाया गया है वह कर्मचारियों के मनमाने रवैया के कारण धरातल में चला जाएगा । कुछ भी हो अगर समय रहते हुए उच्च अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा इस प्रकार के कर्मचारीयों के ऊपर कार्यवाही नहीं की गई तो भविष्य में यहां पर जो थोड़े बहुत मरीज आ रहे हैं वह भी आना बंद हो जाएंगे।
क्षेत्र के लोगों ने जिला अधिकारी महोदय एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इन कर्मचारियों पर कार्यवाही करते हुए जल्द से जल्द समस्या से निजात दिलाने की अपील की है।