रिपोर्ट अंसार हुसैन
झांसी/26 नवंबर 2022 के दिन संविधान दिवस के अवसर पर न्याय अधिकार चौपाल के अध्यक्ष पीएल भास्कर की अध्यक्षता एवं मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप कुमार नामदेव मोंठ के आतिथ्य में गोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें वक्ताओं ने भारतीय संविधान के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि आज के दिन ही भारतीय संविधान को संविधान सभा को सौंपा गया था और 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू हुआ तभी से भारत देश एक गणतंत्र राज्य के रूप में जाना जाने लगा वक्ताओं ने कहा कि संविधान में पशु पक्षियों से लेकर हर एक नागरिक को अधिकार प्रदान किए हैं जिससे हर भारतवासी अपने आप को गौरवान्वित तो करता ही है लेकिन अपने अधिकारों को प्राप्त करने में उसे आसानी होती है और वह स्वतंत्र जीवन व्यतीत करता है संविधान में समानता का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, शिक्षा का अधिकार, शोषण के विरुद्ध अधिकार, शिक्षा एवं संस्कृति का अधिकार धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, संवैधानिक उपचारों का अधिकार, जो हमें मूल अधिकार प्रदान किए गए हैं इनकी वजह से हर आदमी हर व्यक्ति अपने अधिकारों को ग्रहण करता है इस दौरान भारतीय संविधान की प्रस्तावना कि शपथ ली गई है अधिवक्ताओं ने शपथ लेते हुए कहा कि संविधान में जो मूल अधिकार एवं कर्तव्य प्रदान किए गए हैं उनका हम सभी पालन करेंगे और गरीब असहाय बेसहारा लोगों की मदद करने के लिए हम लोग तत्पर रहेंगे न्याय चौपाल के माध्यम से सभी अधिवक्ताओं ने संकल्पित होकर प्रतिज्ञा ली की हर एक नागरिक जो चौपाल से मदद के लिए आएगा उन्हें न्याय दिलाने का काम किया जाएगा। इस दौरान प्रमुख रूप से मोहम्मद जावेद एडवोकेट, वीके वर्मा एडवोकेट कमलापत एडवोकेट ने कविता प्रस्तुत की ,कि देश ना गीता से चलता है ना कुरान से, देश चलता है भारतीय संविधान से , कविता प्रस्तुत की । इस दौरान प्रमुख रुप से राहुल जोशी पुष्पेंद्र जोशी अरविंद कुमार पाल मृत्यु जाए एडवोकेट बीके वर्मा कुलदीप गुप्ता आदि उपस्थित रहे अंत में सभी का आभार अध्यक्ष बीएल भास्कर ने प्रकट किया।