रामकिशोर यादव लखनऊ ब्यूरो चीफ
माल। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विकासखंड माल के गांव टिकना खेड़ा थरी के रवि रावत का चयन उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में चिकित्सा समाज कल्याण अधिकारी के पद पर हुआ है। इसके उपलक्ष्य में समाज कार्यकर्ता शुभम गुप्ता ने माल मुख्यालय में सम्मान समारोह रखा और मित्रों के साथ मिठाई बांटी। शुभम गुप्ता ने बताया कि रवि का चयन इस पद पर होना माल क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है रवि का चयन ग्रामीण युवाओं को अधिकारी बनने के लिए प्रेरित करेगा रवि ने यह मुकाम अपनी कड़ी मेहनत और संघर्षों से पाया है। रवि का परिवार अब भी कच्चे घर में रहता है। रवि के पिता किसान व मां गृहणी हैं, पढ़ाई में आरंभ से ही मेधावी रवि ने दसवीं व बारहवीं में विद्यालय व तहसील स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। इंटरमीडिएट में यू पी बोर्ड में टॉप करने पर इन्हें भारत सरकार द्वारा पांच लाख रुपए की इंस्पायर स्कॉलरशिप के लिए भी चुना गया। इसके साथ ही रवि ने डॉक्टर शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ में परास्नातक (राजनीति विज्ञान) में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए दो स्वर्ण पदक भी प्राप्त किए हैं। आर्थिक व सामाजिक समस्याओं के रहते हुए भी रवि ने लखनऊ विश्वविद्यालय से गणित विषय में बीएससी व मास्टर ऑफ सोशल वर्क की डिग्री प्राप्त की तथा समाज कार्य व राजनीतिशास्त्र विषय में यूजीसी नेट की परीक्षा अपने पहले प्रयास में ही उत्तीर्ण की है। रवि ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव से हिंदी माध्यम से प्राप्त की है। रवि इस उपलब्धि का श्रेय अपनी मां राधा पिता राम आसरे मौसी रूपा रानी व अध्यापकों को देते हैं जो उन्हें सदैव शिक्षा जगत में उत्कृष्ट करने के लिए प्रेरित करते हैं। रवि का कहना है कि यदि लगन व मेहनत से पढ़ाई की जाए तो हिंदी माध्यम में भी बहुत बेहतर किया जा सकता है। रवि ने नेहरू युवा केन्द्र लखनऊ के साथ मिलकर भी समाज कार्य किया है। समाज कार्य में अभिरुचि के चलते कई निस्वार्थ सामाजिक कार्यों के लिए इन्हें भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। रवि ने अपने मामा ऋषि कुमार के दुबग्गा स्थित घर पर रहकर पढ़ाई की है और उनके मामा ने आर्थिक मदद भी की है। रवि तैयारी के दौरान अपना मोटिवेशन बनाए रखने के लिए अपने मित्र शब्बीर अहमद से बात करते हैं तथा महात्मा गांधी को पढ़ते हैं। रवि ने बताया की निरंतर प्रयास से सफलता मिलती है,ज्यादा घंटे पढ़ने के बजाय फोकस होकर पढ़ने पर ध्यान दिया जाए, पढ़ाई में रुचि बनाए रखने के लिए समय समय पर मनोरंजन भी करना चाहिए और अधिकारी बनने के लिए समाज का प्रत्यक्ष अध्ययन जरूरी है इसलिए सामाजिक कार्यों में भी रुचि आवश्यक है। अभी रवि के कई शैक्षणिक व सामाजिक लक्ष्य हैं जिनको प्राप्त करने के लिए वह निरंतर प्रयास जारी रखेंगे। रवि को प्रत्येक जगह से बधाइयां मिल रही हैं।