चौथे दिन भी यमुना कछार का दर्द जानने पहुंची यमुना ग्राम दर्शन यात्रा
किशनपुर। विजयीपुर क्षेत्र के करीब एक दर्जन से अधिक गांवों में यात्रा के चौथे दिन शनिवार को एकांत्म मानव यमुना ग्राम दर्शन यात्रा जमुना किनारे से गुजरी । तो यमुना कछार का दर्द सामने आ गया । चौथे दिन यात्रा का शुभारंभ एकडला गांव से किया गया ।
यमुना ग्राम दर्शन की पद यात्रा 14 दिसंबर से चली थी । यात्रा को 9 दिन में 200 किलोमीटर का सफर तय करना है । यात्रा का समापन जनपद के सबसे किनारे अमौली विकासखंड के परसेडा गांव में 22 दिसम्बर को होना है । यह यात्रा यमुना कछार का दर्द जानने के लिए निकली है । जो जमुना किनारे से गुजर रही है । शुक्रवार की देर शाम यात्रा एकडला गांव के समीप रुकी थी । शनिवार की सुबह एकडला गांव से यात्रा ने प्रस्थान किया । जिसके बाद यात्रा किशनपुर पहुंची जहां यमुना जी की आरती के बाद कस्बे में बने फाल्गुन गिरी महाराज के मंदिर में आरती कर पदयात्रा आगे बढ़ी । और महावतपुर असहट, महोली डेरा, गुरवल, गढीवा, मझिगवां, मड़ौली से गुजरती हुई आगे निकली । यात्रा की गांव पहुंचने पर लोग जगह जगह पर पदयात्रा कर रहे लोगों का जोरदार स्वागत भी कर रहे हैं । इस कार्यक्रम के संयोजक धर्मेंद्र दीक्षित व आयोजक बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडे हैं । जिनके सानिध्य में यह पदयात्रा की जा रही है । संयोजक धर्मेंद्र दीक्षित व आयोजक बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडे ने बताया कि शनिवार की देर रात सरकंडी गांव के समीप तेलान बाबा मंदिर में यात्रा रात में विश्राम करेगी । और सुबह यात्रा फिर आगे के लिए आगाज करेगी ।
इस दौरान यात्रा कर रहे लोगों को यमुना का छार के लोगों का सहयोग भी बराबर प्राप्त हो रहा है । जो समय समय पर सभी गांव के लोग उनका जोरदार स्वागत कर रहे हैं ।