मजदूर अधिकार संवाद पर सैकड़ों मज़दूरों की समस्याओं पर बैठक हुई।

मजदूर अधिकार संवाद पर सैकड़ों मज़दूरों की समस्याओं पर बैठक हुई।

धनंजय पाण्डेय

कुशीनगर जनपद सामाजिक संस्था एक्शनएड के सहयोग से आज दिनांक 24 मई, 2022 को ग्राम – गुरवलिया, ब्लॉक- दुदही, जिला- कुशीनगर में दलसिंगार के नेतृत्व में बंधुआ मजदूरी के विरुद्ध अभियान की आखिरी दिन मुसहर समुदाय एवं अन्य वंचित समुदाय के साथ
मजदूर अधिकार संवाद पर सैकड़ों मज़दूरों की समस्याओं पर बैठक हुई है।जिसमें “हमें चाहिए पूरी मजदूरी और हमारा पूरा हक़” के माध्यम से बंधुआ मजदूरी को समाप्त करना, न्यूनतम मजदूरी दिलाना, मनरेगा में 100 दिन की मजदूरी मिलना, बाल मजदूरी, मानव तस्करी से रोकने तथा बच्चों को शिक्षा से जोड़ने, भूमिहीन, आवास एवं सामाजिक योजना आदि अन्य मुद्दों को रेखांकित किया गया। मुख्य अतिथि सहायक श्रमायुक्त विजय प्रताप यादव ने कहा कि श्रमिकों को शासन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न लाभार्थी परक योजनाओं से जुड़कर अपने जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए आगे आना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा श्रमिक स्वयं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बने और अपने अधिकार के लिए आगे आये। उन्होंने कहा कि मजदूर अपना श्रमिक पंजीयन और योजनाओं का लाभ हेतु जनसुविधा केंद्र से करा सकते है, उन्हें श्रमिक कार्यालय आने की जरूरत नहीं है। असंगठित मज़दूर मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, दलसिंगार, ने कहा कि एक्शनएड द्वारा बंधुआ मजदूरी के विरुद्ध जागरुकता अभियान काफी सारानीय कदम है। आगे उन्होंने बंधुआ मजदूरी, बाल मजदूरी, न्यून्तम मजदूरी आदि के विषय विस्तार से जानकारी दिया। उन्होंने बताया कि ऐसी कोई भी व्यवस्था जिसके अंतर्गत ऋण/कर्ज लेने वाले अथवा उसके आश्रितों को ऋण/कर्ज चुकाने के लिए बिना किसी मजदूरी के ऋणदाता/मालिक/नियोक्ता हेतु कार्य करना पड़ता है वह बंधुआ मजदूरी है, और यह कानून द्वारा प्रतिबंधित है। जैसे- पेशगी, एडवांस, कर्ज आदि के एवज में कार्य करवाना। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार सरकार द्वारा तय की गई न्यूनतम मज़दूरी की दर से कम दर पर कार्य करना या करवाना, चाहे श्रमिक स्वेच्छा से भी कार्य कर रहा हो तो वह निश्चित रूप से बंधुआ मज़दूर है।कार्यस्थल से कहीं जाने-आने की स्वतंत्रता का न होना अथवा रोजगार चयन की स्वतंत्रता का अभाव तथा कार्य करवाने के बाद समय पर मज़दूरी न देना अथवा रोक कर रखना बंधुआ मजदूरी है। साथ ही उन्होंने ने कहा कि हमारे देश में सभ्य समाज के लिए बंधुआ मजदूरी कलंक है, जिसे समाप्त करना हम सभी नैतिक जिम्मेवारी है।परियोजना समंवयक इमरान अंसारी ने बताया कि मजदूरों का डाटा एकत्र कर लिया गया है, जल्द ही प्रशासन के साथ मिलकर समाधान कराया जायेगा। साथ ही उन्होंने मुख्य अतिथि सहायक श्रमायुक्त श्री विजय प्रताप यादव का आभार व्यक्त किया कि उन्होंने मजदूरों के बीच आकर मजदूरों की समस्याएं सुनी।इस मौके पर कुशीनगर के सहायक श्रमायुक्त श्री विजय प्रताप यादव तथा दल सिंगार, राष्ट्रीय अध्यक्ष, असंगठित मजदूर मोर्चा, परियोजना समंवयक इमरान अंसारी, एक्शन एड से HRD दुर्गा देवी, सुनील कुमार, के अलावा स्वप्निल चौहान, मुसहर संगठन से अध्यक्ष राजू प्रसाद, सूचना मंत्री रामबिलास प्रसाद, सुनैनी, के अलावा सैकड़ों महिला पुरुष शामिल रहे।

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