FATEHPUR- गढ़ा में हुए घोटाले को उजागर करने से कतरा रहे जिम्मेदार, फिर बढ़ी तारीख

गढ़ा में हुए घोटाले को उजागर करने से कतरा रहे जिम्मेदार, फिर बढ़ी तारीख

गढ़ा घोटाले में फसता देख सांठगांठ करने में डटे भ्रष्टाचारी

यूपी फाइट टाइम्स
ठा. अनीष रघुवंशी

फतेहपुर– विजयीपुर विकासखंड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत गढा में ग्रामीणों ने महा घोटाले की आशंका जताते हुए उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र सौंपा था और ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की जिसके बाद जांच टीम गठित हुई लेकिन फिर एक बार जांच करने की तारीख बढ़ गई ।
जानकारी के मुताबिक विजयीपुर विकासखंड की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत गढ़ा में ग्रामीणों द्वारा ग्राम पंचायत में छप्पन लाख सहित महा घोटाले की शिकायत जिले की उच्च अधिकारियों से की जिसके बाद मामला संज्ञान में आया तो उच्च अधिकारियों ने ग्राम पंचायत में निष्पक्ष जांच के लिए टीम का गठन किया और 21 अप्रैल को ग्राम पंचायत में जांच टीम को भेजकर जांच कराने के निर्देश दिए लेकिन एक बार फिर शिकायतकर्ताओं की उम्मीदों पर पानी फिर गया और जांच करने की तारीख बढ़ गई दरअसल ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब इस ग्राम पंचायत में जांच टीम का गठन हुआ हो और निष्पक्ष जांच के नाम पर सिर्फ लोगों को ढकोसला दिखाया गया हो ज्ञात हो कि इससे पूर्व में भी करीब दर्जनों बार ग्रामीणों की शिकायत पर जिले के आला अधिकारियों ने ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार का राज खोलने के लिए जांच टीम गठित की थी लेकिन भ्रष्टाचारियों ने प्रसाद का ऐसा चढ़ावा जांच टीम व जिले के जिम्मेदारों को चढ़ा दिया कि दर्जनों बार टीम गठित होने के बाद भी ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार की पोल नहीं खोल सकी जिसके बाद गढ़ा के मजरे रग्घूपुर गांव निवासी राजू त्रिपाठी ने एक बार फिर से जिले के बड़े अधिकारियों को शिकायती पत्र देकर ग्राम पंचायत में छप्पन लाख सहित महा घोटाले का अंदेशा जताते हुए ग्राम पंचायत में निष्पक्ष जांच की मांग की जिस पर 21 अप्रैल को जांच टीम को भेजने का आश्वासन मिला लेकिन जांच टीम गांव में पहुंचती और भ्रष्टाचारियों का पोल खोलती इससे पहले ही भ्रष्टाचारियों ने अपना जाल बिछा दिया और जांच टीम के आने की तारीख एक बार फिर बढ़ गई और अब वह तारीख 30 अप्रैल कर दी गई वही कई ग्रामीणों ने बताया कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब ग्राम पंचायत में निष्पक्ष जांच के लिए टीम गठित की गई हो और इसके बाद मामले से पल्ला झाड़ लिया गया ऐसा दर्जनों बार हो चुका है जब जांच टीम का गठन होने के बाद भी भ्रष्टाचारियों की पोल नहीं खुल सकी है
वहीं मामले को लेकर संबंधित अधिकारियों ने बताया कि 21 अप्रैल को जांच टीम को गढ़ा ग्राम पंचायत में जाकर जांच करने के निर्देश दिए गए थे लेकिन अचानक से जिलाधिकारी के आदेशानुसार उनकी ड्यूटी किसी खास जगह पर लगा दी गई है इस वजह से अब 30 अप्रैल को ग्राम पंचायत में निष्पक्ष जांच की जाएगी ‌।

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