उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव और गिरता मतदान प्रतिशत
आज जब उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान हो रहा है तो यह उत्सुकता स्वाभाविक है कि कितने प्रतिशत मतदाता अपने मतदान का प्रयोग करेंगे। यदि हम बीते दो चरण के मतदान प्रतिशत पर गौर करें तो यह 2017 के चुनाव की अपेक्षा कुछ कम है। ऐसा तब है जबकि पूरा प्रशासन लगा हुआ है कि अधिक से अधिक मतदान हो। अगर हम अब तक के हुए दोनों चरण का अध्ययन करें तो 2012में प्रथम चरण में मतदान प्रतिशत 58.62 प्रतिशत था तो 2017में यह बढ़कर 64.22प्रतिशत हो गया लेकिन यह पुनः 2022 में कम होकर 60.44 प्रतिशत हो गया। वहीं द्वितीय चरण में 2012 में मतदान 65.17 तो 2017 में भी यह 65.53 प्रतिशत रहा जबकि 2022 में यह64.42 प्रतिशत हो गया। अब जबकि तीसरे चरण के साथ हम चुनाव प्रक्रिया में आगे बढ़ रहे हैं तो हम सभी का यह दायित्व बनता है कि मतदान प्रतिशत को कम न होने दें।
अक्सर हम लोग यह बोलते रहते हैं कि यह सरकार सही नही है , यह सरकार बहुत गलत चुन लिया गया। अब अगर ऐसे लोगों से यह पूछा जाय कि आपने मतदान किया था तो ज्यादातर का जवाब नकारात्मक ही मिलेगा।
आज जब हमको मतदान का अवसर मिला है तो क्यों न हम इसको उत्सव और पर्व के रूप में मनाएं और मतदान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें और अपने मन की सरकार चुनें। डॉ गंगेश दीक्षित, विशेष आमंत्रित सदस्य , उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ( फुपुक्टा)