अपने चुनावी वादों और प्रदेश की जनता की परेशानियों के बारे में भी चिंतन करें राहुल और गहलोत : कैलाश चौधरी
संसदीय क्षेत्र के बायतु विधानसभा में विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर रहे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने प्रदेश में आमजन की समस्याओं का मुद्दा उठाते हुए उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर पर किया कटाक्ष
बायतु (बाड़मेर)
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी संसदीय क्षेत्र के दौरे पर है। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने शुक्रवार को बायतु विधानसभा क्षेत्र के लापला, हुड्डों की ढाणी, चौखला, रतेऊ, पनावड़ा सहित विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया एवं लोगों की समस्याएं सुनी तथा सामाजिक कार्यक्रमों में सम्मिलित हुए। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी सबसे पहले ग्राम पंचायत लांपला में भगवान श्री महादेव एवं श्री जगदम्बा माता मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शामिल हुए। इस अवसर पर स्वामी जगरामपुरी महाराज एवं भाजपा जिला महामंत्री बालाराम मूंढ़ सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि कार्यकर्ता एवं श्रद्धालु आमजन उपस्थित रहे।
बायतु विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर रहे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने उदयपुर में चल रहे कांग्रेस के चिंतन शिविर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है और प्रदेश की जनता से त्रस्त है। प्रदेश में न कानून व्यवस्था है और न ही जनहित से जुड़े काम हो रहे है। कांग्रेस के कुशासन के कारण देश के अशांत प्रदेशों में से एक राजस्थान राज्य अपराध का सिरमौर बन रहा है। बिजली कटौती के कारण किसान एवं आमजन गर्मी की मार झेल रहा है। कांग्रेस का यह चिंतन शिविर राजस्थान की जनता को चिढ़ाने के लिए है। कैलाश चौधरी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को विधानसभा चुनाव से पहले किए गए अपने वादों को चिंतन शिविर में याद करना चाहिए।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने पिछले लगभग आठ सालों के कार्यकाल में देश में राष्ट्रहित एवं जनहित से जुड़े कई ऐतिहासिक एवं क्रांतिकारी फैसले लिए है। गांव, गरीब, किसान, मजदूर सहित हर वर्ग के कल्याण को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने अपनी योजनाओं को धरातल पर पहुंचाने का काम किया है। वही प्रदेश की गहलोत सरकार अपने वादे निभाने के बजाए केवल केंद्र सरकार पर आरोप प्रत्यारोप करके अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है और कानून व्यवस्था और विकास कार्यों के नाम पर लीपापोती कर रही है। प्रदेश में चल रही हर भर्ती में कांग्रेसी नेताओं के नकल गिरोह में लिप्त होने से पारदर्शिता नाम की कोई चीज नहीं बची है। युवाओं और किसानों के हितों पर लगातार कुठाराघात हो रहा है लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चुप्पी खुलने का नाम नहीं ले रही है।