चुनाव के दौरान लोगों को मुफ्त राशन और किसानों के खाते में पैसा डालना ही रेवड़ियां बांटना है…अजय सोनी
महंगाई कम हो और गरीबों, बेरोजगारों को मिले रोजगार तो नहीं होगी रेवड़ियां बांटने की जरूरत…जुम्मन अली
देश के करोड़ों गरीब और असहाय लोगों को मुफ्त में मिलनी वाली सरकारी इमदाद को लेकर समर्थ किसान पार्टी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। ग्राम जगन्नाथपुर ब्लॉक सिराथू में लोगों से रूबरू होते हुए पार्टी नेता अजय सोनी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुफ्त में रेवड़ियां बांटने के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। लोगों से वार्ता करते हुए अजय सोनी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के ठीक पहले केंद्र की मोदी सरकार द्वारा देश भर के किसानों के खाते में 2000 रू भेजना और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान मुफ्त में लोगों को राशन देना रेवड़ियां बांटना ही है। आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दूसरे लोगों को नसीहत देते समय इन बातों पर गौर करना चाहिए था।
आगे कहा कि इस समय देश भर में महंगाई चरम सीमा पर है और लोगों के रोजगार छिनने से लोग रोज दर रोज गरीब होते जा रहे हैं। आज देश भर में 80 करोड़ लोग गरीब हैं और दो जून की रोटी के लिए मोहताज हैं। इसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साल 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने एवं साल 2022 तक 80 करोड़ लोगों को रोजगार देने का देश की जनता से वादा किया था लेकिन सब जुमला निकला। ऐसे हालात में देश की जनता को सरकारी इमदाद की जरूरत है। सिर्फ आदर्शवाद की कोरी विचारधारा और कोरे भाषण से देश के करोड़ों गरीब लोगों का पेट नहीं भरेगा। इस अवसर पर पार्टी नेता जुम्मन अली ने कहा कि अगर देश में महंगाई कम हो जाए और गरीबों, बेरोजगारों को रोजगार मिल जाए तो लोगों को सरकारी इमदाद या सरकारी रेवड़ियों की जरूरत नहीं पड़ेगी। आगे कहा कि देश के प्रधानमंत्री को इस बारे में भी सोचना और बोलना चाहिए। इस अवसर पर बिनोद सोनी, आदित्य तिवारी, जय प्रकाश श्रीवास्तव, मुन्ना लाल दिवाकर, बबलू खान, पन्ना लाल सरोज, आशीष निर्मल आदि मौजूद रहे।