दुबई में बाबा उमाकान्त जी द्वारा मन को साधने व मुक्ति-मोक्ष का रास्ता नाम दान की अमृत वर्षा
आगे का समय बहुत खराब आ रहा है, बच कर चलने की जरूरत, उतावलेपन व लोभ लालच में मत पड़ो
सन्त उमाकान्त जी महाराज का अगला सतसंग व नामदान कार्यक्रम मॉरिशस में
लक्ष्मण सिंह राजपूत( दैनिक ज्ञान संचार)
दुबई (संयुक्त अरब अमीरात):
पापाचार दुराचार बढ़ने पर वक़्त के महापुरुष घूम-घूम कर जगह-जगह जा कर लोगों को समझाते बताते, तकलीफों में आराम दिलाते हैं, इसी क्रम में विभिन्न देशों से प्रेमियों की भारी मांग पर दुबई, मॉरिशस के औचक दौरे पर सतसंग व नामदान की बारिश करने वाले, आने वाले विकट समय से चेताने, बचने के उपाय बताने वाले, बाहरी और अंदरूनी संभाल सदैव करने वाले, वक़्त के महापुरुष सन्त सतगुरु दुःखहर्ता त्रिकालदर्शी परम दयालु उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 17 जुलाई 2022 सायं कालीन बेला में दुबई (संयुक्त अरब अमीरात) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि मन को रोकने का अभ्यास करना- यह साधना है। शरीर और मन को साधो। शरीर उठने न पावे। एक घंटे के लिए संकल्प बनाओ, तब शरीर न उठे और बैठे रह जाओ तो मन आपका रुकने लग जाएगा। इस (साधना में) में मन और शरीर को रोकना है। आराम से बैठ कर के मन को रोककर (नामदान देते समय बताई गई आंतरिक साधना, रूहानी अभ्यास) करो। प्रेमियों! आगे का समय बहुत खराब आ रहा है। उस खराब समय में अपने को बहुत ही बचा कर चलने की जरूरत है। ज्यादा उतावलेपन में मत आओ, लोभ-लालच मत करो नहीं तो ठगी हो जाएगी। ठगों की भरमार होती जा रही है। ज्यादा लोभ लालच में मत पड़ो।
जिस देश का अन्न खाओ उससे प्रेम बनाये रखो, तिफरकेबाजी लड़ाई-झगड़े से दूर रहो
आप जहां भी रहो, जिस देश में रहो उसके लिए वफादार रहो। जिस देश, भूमि का अन्न खाओ, उससे प्रेम रखो। तिफरकेबाजी से, लड़ाई झगड़े से दूर रहो। हो सके तो किसी की मदद कर दो, किसी का बुरा मत चाहो।
खराब समय से बचने के लिए बराबर सुमिरन, ध्यान, भजन करते रहो ताकि आपकी हो सके रक्षा
खराब समय, बीमारियों, तकलीफों से बचने के लिए ये सुमिरन ध्यान भजन करते रहो। आपको जो नाम दानी मिले उनको समझा करके कराते रहो। जो नाम दान नहीं ले पाए हैं उन्हें समझा करके नामदान दिला करके, उनमें भी भजन करने की इच्छा बराबर बनाए रखो।
जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयजय गुरुदेव की नाम ध्वनि बराबर बोलते रहो
जयगुरुदेव नाम ध्वनि बराबर लोगों को, मिलने-जुलने वालों को सिखा दो। वह लोग करते रहें। देखो वैसे तो भारत में हमारे आश्रम कई प्रांतों में है लेकिन मुख्य आश्रम उज्जैन (मध्य प्रदेश) में है जहां पर बड़े कार्यक्रम होते रहते हैं। प्रेमी आते-जाते रहते है। वहां पर आप आइयेगा। आप समझो नव वर्ष, होली, भंडारा, दीपावाली आदि कई कार्यक्रम वहां पर होते हैं। इसके अलावा भी बहुत से आश्रम हैं। अभी (नज़रे इनायत) गुरु पूर्णिमा का कार्यक्रम जयपुर (राजस्थान) के आश्रम पर हुआ। ऐसे ही रक्षाबंधन व अन्य कार्यक्रम भी आश्रमों पर हुआ करते हैं। जब भी आप को मौका मिले तो भारत के हो, भारत आओ और दूसरे देश के भी हो आप भी आओ। अच्छा लगेगा, सतसंग भी सुनने को मिलेगा, दरश-परश भी हो जाएगा। बराबर आप आने की तैयारी बनाए रखो। दुबई में जो आश्रम है, प्रेमी लोग वहां सप्ताहिक सत्संग करते हैं। आप लोग भी पता वहां का ले लो। वहां पर आप आओ। जो लोग यहां के जिम्मेदार हो पता लिखवा दो।
कई देशों में बहुत मांग है, अगला सतसंग व नामदान कार्यक्रम मॉरीशस में होगा
मैं तो यहां से प्रस्थान करूँगा। मॉरीशस जाने का विचार है। ज्यादा दिन हो गए, नही गया। मांग बहुत ज्यादा है। कई देशों में है। पहले जिन-जिन देशों में गया वहां पर, साथ ही अन्य देशों में भी बहुत मांग है। लेकिन मेरी उम्र हो गई, ज्यादा मेहनत नहीं कर पाता हूं लेकिन फिर भी लगा हूं गुरु के आदेश के पालन में, जितना हो सकता है, उतना कर रहा हूं, दौड़ रहा हूं।
सन्त उमाकान्त जी महाराज के वचन
फल की प्राप्ति के लिए कर्म व विश्वास जरूरी है। मत पढ़ो नमाज जब हो नापाक। मन में जैसा भाव आता है वैसी ही प्रवृत्ति होती है। जड़ की पूजा करने से चेतन नहीं मिल सकता। चेतन से चेतन की पूजा करने से चेतन मिलता है।जड़ पूजा करने से जीवात्मा का कोई फायदा नहीं होता।यह काल का देश है, वह किसी को छोड़ता नहीं है, एक दिन सबका प्राण हरण करता है। सन्त उमाकान्त जी का सतसंग प्रतिदिन प्रातः 8:40 से 9:15 तक (कुछ समय के लिए) साधना भक्ति टीवी चैनल और अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर प्रसारित होता है