मौजूद अध्यात्मिक शक्तियों की वजह से भारत का होगा बचाव
उज्जैन (म.प्र.)निजधामवासी बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, आने वाले खराब समय से बचने का उपाय बताने वाले, इस वक़्त के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त महाराज जी ने उज्जैन आश्रम पर आयोजित नव वर्ष कार्यक्रम में 1 जनवरी 2024 प्रात: दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि गुरु महाराज बाबा जयगुरुदेव जी की बहुत सी भविष्यवाणियां सत्य हुई और कुछ भविष्यवाणियों में परिवर्तन हुआ। क्योंकि गुरु महाराज ने जीवों के उपर दया कर दी और कुछ विनाशकारी भविष्यवाणीयां कट गई। वो जो भी आगे के लिए बोलकर के गए हैं, वह सब सत्य है, हां, वो परिवर्तित हो सकती हैं। कैसे परिवर्तित होती हैं? जैसे कोई कलयुगी है और सतयुगी गुण उसके अंदर आ गए तो फिर वह बच जाएगा।
बिना बताये कीटाणु बम से हमले की संभावना
मैं भविष्यवाणी नहीं कर रहा मैं आगाह कर रहा हूं। हमारा काम है जीवों को समझाया, बताया, चेताया जाए, अकाल मृत्यु से बचाया जाए, जीवात्मा को प्रभु तक पहुंचाया जाए। हमारे कोई लड़का बच्चा नहीं है, हमें किसी भी चीज से मोह नहीं रह गया है। इस वर्ष के लिए बता दूँ। आगे माया का असर, माया का दबाव और बढ़ेगा। यही दोनों माया (जड़ माया- रुपया पैसा और चेतन माया- स्त्रियों को कहा गया) विनाश करवाएगी। पैसे की कमी की वजह से छोटे देश हथियार नहीं बना रहे हैं और पैसे वाले बड़े देश विनाशकारी हथियार बना रहे हैं। यहां बटन दबाए, छोड़े तो 10-20 हजार किलोमीटर दूर वाले देश भी खत्म हो जाएं। वह यह नहीं सोच रहे हैं कि यही हथियार कोई और बनाए हुए होगा, जो हमको, हमारे राज्य, देश को खत्म कर सकता है। वह भी तो कोई ऐसा हो सकता है। मान लो हम प्रसिद्ध हो गए (कि हम) एटम बम, परमाणु बम बनाए रखे हुए हैं और वह (दुसरा देश) न बताया हो और वह हमला कर दे, कीटाणु बम से हमला कर दे और हम, हमारा देश खत्म हो जाए। तो यह चीज है, अभी और बढ़ेगी। यह विनाशकारी हथियार बढ़ेंगे। पैसे की कमी आएगी। अंदर में खोखला है, माल अंदर में नहीं है। दिखावा खूब करते हैं, घोषणाएं सब कर रहे हैं लेकिन अंदर में खोखला है, चाहे जिस देश का हो। भारत के अंदर शक्ति है, ताकत है क्योंकि भारत के लोग मेहनत कश हैं। भारत के लोग कमा, खा सकते हैं, हर परिस्थिति में रह सकते हैं लेकिन दूसरे देश के लोगों की हालत खराब हो जाएगी, आर्थिक संकट आएगा, ज्यादा आएगा। और इस माया के चक्कर में भी बहुत लोगों की जान जाएगी।
आगे जबरदस्त आगजनी दिख रही है
प्रेमियों! हमको तो ऐसे जलते, भागते, चिल्लाते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। आग ही आग दिखाई पड़ रही है। हमको तो बड़ा दर्द हो रहा है। कोहराम मचा हुआ है। जैसे आग लगती है तो पता चला कि केवल पैर ही बचा, बाकि पूरा जल गया। किसी का हाथ ही बचा। ऐसे ही यह सब आगजनी की घटनाएं बढेंगी, चाहे कोई आग लगा दे या चाहे टक्कर दुर्घटनाओं में गाड़ियों में आग लग जाए या एटम बम परमाणु बम यह जो जंग लड़ाइयां हो रही हैं उसमें आग लग जाए। तो यह सब अभी और पिछले साल से ज्यादा बढ़ेगा।
भारत का बचाव ऐसे होगा
भारत में तो कुछ गनीमत है क्योंकि भारत देश में आध्यात्मिक शक्तियां सन्त रहे हैं और वह प्रभु से बराबर प्रार्थना करते रहते हैं कि प्रभु इनकी रक्षा करो, इन पर दया करो, यह आपके जीव हैं, यह अज्ञान हैं, अबोध हैं, यदि इनकी अकाल मृत्यु हो जाएगी, यदि इनका मनुष्य शरीर चला जाएगा तो यह बेचारे कैसे इबादत करेंगे, कैसे प्रभु को याद करेंगे? इसलिए अभी इनको मौका दे दो, तो वह सुनवाई करता रहता है। जैसे बेटे की गलती पर यदि बाप जाकर के माफी मांग ले तो सजा देने को तैयार भी माफ कर देता है। भारत में तो गनीमत है लेकिन विदेश की हालत खराब होगी।