ज्ञानेश्वर बरनवाल यूपी फाइट टाइम्स न्यूज़
देवरिया/कुशीनगर न्यू इंडिया चीनी मिल हाटा में तीन दिवसीय जलवायु अनुकूल गन्ना कार्यशाला का आयोजन दिनांक 21 से 23 नवम्बर तक चीनी मिल हाटा के प्रांगण में आयोजित किया गया। इस कार्यशाला में गन्ना किसानों को खेती में होनी वाली समस्याओं जैसे समुचित सिंचाई, जलभराव क्षेत्र से पानी निकासी, गन्ना के खेती में कम खर्च में अधिक पैदावार, भूमि संरक्षण, गुणवत्ता बीज की उपलब्धता, गन्ना फसल में होने वाले रोग और उनके निदान एवं गन्ना फसल में मशीनीकरण को लेकर इस तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला की अध्यक्षता श्री करन सिंह जी के द्वारा की गई। चीनी मिल के मुख्य प्रबंधक श्री करन सिंह जी ने बताया कि न्यू इंडिया चीनी मिल हाटा अपने क्षेत्र के गन्ना किसानों को एक आसान और सुलभ खेती के लिए लगातार प्रयासरत है, जिसमे वह प्रति एकड़ कम से कम 400 क्विंटल की पैदावार लेने हेतु लगातार राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ काम कर रही है। उन्होंने सभी किसानों से अपील की वे हमारी इस मुहिम से जुड़कर अपनी फसल को जलवायु अनुकूल खेती में संरक्षित करने के साथ साथ ज्यादा पैदावार ले और अधिक आर्थिक लाभ भी ले।
इस कार्यशाला में देश विदेश से आए वैज्ञानिकों एवं प्रतिभागियों ने भाग लिया। डॉक्टर ए जे जेम्स, अमेरिका और मैडम मुना बरगोहत, कनाडा एवं डॉक्टर दुष्यंत बादल, वर्ल्ड बैंक, श्री अमित कुमार प्रेग्मेटिक्स शोध एवं परामर्श संस्थान, नई दिल्ली एवं न्यू इंडिया चीनी मिल हाटा चीनी मिल के विभिन्न विभाग के सभी अधिकारियों ने इस तीन दिवसीय कार्यशाला में भाग लिया।
अमेरिका से आए डॉक्टर ए जे जेम्स, ने अपने संबोधन में कहा वे उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों के किसानों की जलभराव की समस्या से छुटकारा दिलवाने हेतु चीनी मिल के साथ मिलकर एक योजना पर काम कर रहे है जिससे गन्ना किसानों को उनकी खेती में होने वाले नुकसान से बचाया जा सके। उन्होंने श्री करन सिंह जी के जलभराव के क्षेत्रों में किए गए कार्य की सराहना की ओर उनके इस विशेष योगदान को आगे बढ़ाने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई।
कॉर्नेल युनिवर्सिटी, कनाडा से आई मैडम मुना बरगोहत ने कहा महिलाओ का खेती में योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण हो सकता है। गन्ना की खेती में बीज संवर्धन कार्यक्रम हेतु इससे आजीविका की दृष्टि से प्रस्तुत करने की कवायद की। उन्होंने कहा बीज संवर्धन कार्यक्रम के माध्यम से महिलाए अच्छी आय प्राप्त कर सकती है जिससे उन्हें आर्थिक लाभ के साथ साथ खेती से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध होने से भी गन्ना की खेती को लाभकारी बनाने में अपना योगदान दे सकती है। उन्होंने चीनी मिल की महिलाओं को दिए जा रहे प्रशिक्षण की भी तारीफ की और कहा इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं को आगे बढ़ाने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे।
वर्ल्ड बैंक के मशीनीकरण विशेषज्ञ डॉक्टर दुष्यंत बादल, ने कहा, श्रमिको के अभाव से खेती करना अब आसान नहीं हो पा रहा ऐसे में आधुनिक उपकरण ही हमारी सभी कृषि संबंधित समस्याओं से हमे निजात दिला सकते है। इसके लिए दोनो संस्थाएं साथ मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है जिससे खेती के जोखिमों को कम करके इसें सरल और अधिक लाभ प्राप्त करने लायक बनाया जा सके।
प्रेग्मेटिक के अधिकारी श्री अमित कुमार ने बताया कि सभी किसान भाई चीनी मिल हाटा में चलाई जा रही मशीनीकरण योजना से लाभ प्राप्त कर सकते है। नई मशीनों की खरीद पर चीनी मिल हाटा द्वारा विशेष छूट प्रदान की जा रही है। ऐसे किसान भाई जोकि मशीन खरीदने में असमर्थ है, वे चीनी मिल के गन्ना विभाग से संपर्क करके किराए पर भी मशीनें चलवा कर इस मशीनीकरण योजना का लाभ उठा सकते है।
एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार चीनी मिल गन्ना विभाग के अधिकारी श्री डी डी सिंह ने बताया इस मशीनीकरण योजना के तहत हर जोन में “अपना सेवा केंद्रों” की स्थापना की गई है कोई भी किसान भाई इन सेवा केंद्रों के माध्यम से सही समय पर अधुनी कृषि मशीनों का प्रयोग कर अधिक पैदावार ले सकते है। उन्होंने बताया किसान भाई नई गन्ना वैरायटी के बीज और पौध चीनी भी चीनी मिल हाटा से प्राप्त कर सकते है।
श्री करन सिंह जी के अनुसार चीनी मिल के माध्यम से आधुनिक मशीनों पर दी जा रही विशेष छूट गन्ना किसानों के लिए जलवायु अनुकूल गन्ना खेती हेतु एक वरदान से कम नही है जिससे सभी किसान अधिक पैदावार प्राप्त कर आर्थिक रूप से अपने परिवार को सुदृढ़ और टिकाऊ गन्ना खेती को प्राप्त कर सकते है।
इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने क्षेत्र में भ्रमण कर गन्ना खेती की आज की स्थिति का भी आंकलन किया और किसानों से गन्ना खेती में आ रही समस्याओं पर भी चर्चा की।