स्थानीय लोगों ने पत्रकार की हिम्मत को सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया
बहराइच : बीते दस दिनों से निर्माणाधीन मकान के खुले पड़े 12 फुट गहरे सैफ्टिक टैंक में एक कुत्ता गिर गया था। बेजुबान के रोने की आवाज सुनकर लोग आते जाते रहे,लेकिन किसी ने उसे बाहर निकालने की जहमत नहीं उठाई। इसकी जानकारी दैनिक जागरण संवाददाता को हुई तो वह देर शाम मौके पर पहुंचे। 11 फुट गहरे सैफ्टिक टैंक में उतरने के बाद तकरीबन 20 मिनट तक रेस्क्यू कर बेजुबान को सुरक्षित सैफ्टिक टैंक से बाहर निकाला। कुछ देर तक बेजुबान पत्रकार को अपनी बेबस आंखों से निहारता रहा। मानों अपनी भाषा में वह पत्रकार को धन्यवाद दे रहा हो, और इसके बाद वह चला गया।
देहात कोतवाली इलाके के सरस्वती नगर में एक निर्माणाधीन मकान में सैफ्टिक टैंक खुला पड़ा था। 10 दिन पहले खुले पड़े टैंक में एक कुत्ता गिर गया था। कई दिनों से आते जाते लोग कुत्ते की रोने की आवाज सुनते रहे, लेकिन टैंक में भरे पानी मे घुसकर कुत्ते को बाहर निकालने की हिम्मत किसी की नहीं हुई। बेजुबान के सैफ्टिक टैंक में फंसे होने की जानकारी शनिवार देर शाम दैनिक जागरण के संवाददाता संतोष श्रीवास्तव को हुई। बेजुबानों से प्रेम करने वाले संवाददाता से रहा नहीं गया और वे देर शाम अपना काम खत्म करने के बाद निर्माणाधीन मकान तक पहुंचे। कड़ी मशक्कत के बाद वे 11 फुट गहरे टैंक में उतर गए। तकरीबन 20 मिनट की कड़ी मेहनत के बाद पत्रकार ने बेजुबान का रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित टैंक से बाहर निकाला। बेजुबान के प्रति पत्रकार का प्रेम देख लोगों ने शाबाशी दी। लोगों ने कहा कि अपने लिए तो सभी जीते है जो दूसरों के लिए जो जीवन दांव पर लगाये वो ही असली हीरो होता है।
रिपोर्टर नागेश कुमार पटवा