जांच टीम के सामने बोले ग्रामीण नाली उखाड़ ईंटों को अपने घर ले गया प्रधान
जांच टीम से शिकायत करने पर पूर्व प्रधान ने ग्रामीणों को धमकाया वीडियो वायरल
यूपी फाइट टाइम्स
ठा. अनीष रघुवंशी
फतेहपुर– विजयीपुर विकासखंड की दूसरी सबसे बड़ी ग्राम पंचायत रायपुर भसरौल में तीसरे दिन जांच टीम ने ग्रामीणों के हल्ला गुल्ला के बीच जांच पूरी कर ली इस दौरान पूर्व प्रधान का ग्रामीणों के धमकाने व अभद्रता करने का भी वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ ।
जानकारी के मुताबिक विजयीपुर विकासखंड की दूसरी सबसे बड़ी ग्राम पंचायत रायपुर भसरौल में हाईकोर्ट के आदेश के अनुसार जांच चल रही थी जिसे आज जांच टीम ने पूरा कर लिया और अब ग्रामीणों को जांच टीम द्वारा रिपोर्ट प्रेषित करें का इंतजार है हालांकि इस दौरान ग्रामीणों को जांच टीम व पूर्व प्रधान से मिलीभगत की आशंका है जिसको लेकर ग्रामीणों की हिम्मत छोटी हो गई है दरअसल ग्रामीणों ने कड़ी मेहनत के बाद ग्राम पंचायत में निष्पक्ष जांच का आदेश मिला था लेकिन उस पर कहीं जांच टीम के अधिकारी पानी न फेर दें इसलिए ग्रामीण उदास है बुधवार को ग्राम पंचायत में जांच करने पहुंची जांच टीम ने कई गांव का में कराए गए विकास कार्यों की जांच की इस दौरान बहरी का डेरा गांव में पूर्व में कराया गया नाली निर्माण नहीं मिला इस दौरान पूर्व प्रधान ने नाली टूट जाने की बात कही तभी ग्रामीणों ने जांच टीम के सामने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा घटिया सामग्री से छोटी सी नाली बनवाई गई थी इसके बाद ग्राम प्रधान द्वारा ही उस नाली को तोड़ डाला गया और उसके ईंट ग्राम प्रधान उठा ले गया है जब ग्रामीण जांच टीम के अधिकारियों से नाली तोड़ने की शिकायत करने लगे उसी दौरान ग्राम प्रधान का पारा चढ़ गया और पूर्व प्रधान मान मर्यादा भूल बैठा और असभ्य व अश्लील शब्दों का इस्तेमाल करते हुए ग्रामीणों को धमकी देने लगा जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया अब जांच पूरी होने के बाद ग्रामीणों को जांच अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट प्रेषित करने का इंतजार है हालांकि ग्राम पंचायत में पूरी जांच के दौरान जांच टीम को कई जगह पर घपला समझ में आया है लेकिन अब कहीं जांच टीम के अधिकारी सिस्टम के इशारे पर तो नहीं चल रहे हैं यह तो रिपोर्ट प्रेषित करने के बाद ही पता चल सकेगा वही शिकायतकर्ता दुर्गेश अवस्थी व शुभम दुबे सहित ग्रामीणो ने बताया कि अगर जांच टीम द्वारा सही और निष्पक्ष रिपोर्ट नहीं लगाई गई तो एक बार फिर से उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा कर मंडल स्तरीय टीम से जांच कराने की मांग की जाएगी ।