आमरण-अनशन कर्ता को तहसीलदार ने तहसील परिसर से बैनर हटाकर भगाया
उच्चाधिकारियों से फोन पर आत्म हत्या करने की जतायी विवशता
यूपी फाइट टाइम्स
ओमनारायण विश्वकर्मा
खागा (फतेहपुर)धाता विकास खण्ड क्षेत्र के पाई गांव निवासी रवि करन सिंह पुत्र जागेश्वर सिंह की भूमि धरी जमीन में गौशाला निर्माण में रोडा बने चकबंदी अधिकारी के विरुद्ध छः दिनों से चल रहे आमरण-अनशन को तहसीलदार द्वारा बैनर हटाकर भगा देने से क्षुब्ध होकर आत्म हत्या करने की मजबूरी उच्चाधिकारियों से फोन कर जताया।
बताया जाता है कि खागा तहसील क्षेत्र के धाता विकास खण्ड अन्तर्गत पाई गांव निवासी रवि करन सिंह पुत्र जागेश्वर सिंह पांच दिन पूर्व चकबंदी अधिकारी को उच्चाधिकारियों को दी गयी शिकायती पत्र की आदेश कापी रिसीब कराने गये हुए थे।तभी चकबंदी अधिकारी उच्चाधिकारियों के आदेश कापी को रिसीव करने के बाद कहा कि जाओ तुमको जहां मारना हो मर जाओ। जिससे क्षुब्ध होकर पीड़ित रवि करण ने तहसील परिसर में आमरण अनशन शुरू कर दिया था। जिसे छठवे दिन तहसीलदार ने पीड़ित रवि करन का आमरण अनशन का बैनर हटाकर तहसील से भगा दिया और कहा कि जाओ तुम्हारा तहसील का कोई काम नहीं है।वही रवि करन सिंह क्षुब्ध होकर एस डी एम खागा से फोन पर वार्ता कर आप बीती बताया कि हम अपनी भूमि धरी जमीन में गौशाला निर्माण कार्य कराने के लिए तीन वर्षों से अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। आज तक हमारी 411नम्बर का रकबा अलग कर नहीं दिया। जिससे कि हम गौशाला निर्माण करा सके। और आज तहसीलदार ने भी तहसील परिसर में आमरण-अनशन करने से मना कर भगा दिया। और इन्होंने बताया कि उपजिलाधिकारी सहित कई उच्चाधिकारियो को फोन पर घटना अवगत कराते हुए कहा कि अब हम आत्म हत्या करने पर विवस है।इसकी जिम्मेदारी खागा तहसीलदार व चकबंदी अधिकारी अनिल कुमार की होगी।