नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में चल रही ऐतिहासिक रामलीला को देखने दर्शकों की जुटी अपार भीड़।
न्यूज डेस्क/यूपी फाइट टाइम्स
कौशांबी।नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा में ऐतिहासिक रामलीला के चौथे दिन रविवार रात कलाकारो द्वारा मुनि आगमन व ताड़का वध का मंचन किया गया, लीला देखने के लिए दर्शकों की नर नारियो की काफी भीड़ रही, जय श्री राम के उद्घोष से पूरा रामलीला पंडाल गुजने लगा| आश्रम में ऋषि मुनियों द्वारा यज्ञ का आयोजन किया जाता है लेकिन राक्षसों द्वारा यज्ञ शुरू होते ही विध्न वाधा डालने का प्रयास किया जाता है कई राक्षसों ने ऋषि मुनियों के साथ मारपीट करते हैं यज्ञ को सफल बनाने के लिए ऋषि विश्वामित्र अयोध्या जाने का मन बनाते हैं, जहां पर राजा दशरथ के यहां प्रभु श्री राम लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न का जन्म होता है, मुनि विश्वामित्र यज्ञ की रक्षा के लिए राम लक्ष्मण को लेने के लिए अयोध्या पहुंचते हैं और राजा दशरथ से राम लक्ष्मण को साथ ले जाने की अनुमति मांगते हैं मुनि विश्वामित्र के कहने पर राजा दशरथ श्री राम लक्ष्मण को विश्वामित्र के साथ भेज देते हैं मुनि विश्वामित्र दोनो भाई राम लक्षमण को अपने साथ लेकर वन की ओर चल देते हैं तभी रास्ते में ताड़का नाम वन मिलता है,उसी वन मे ताड़का नाम की राक्षसी मिलती है मुनि विश्वामित्र के इशारे पर प्रभु राम ने ताड़का का वध कर देते हैं इसके बाद सीधे आश्रम पहुंचते हैं फिर से ऋषि मुनियों द्वारा वन में यज्ञ शुरू किया जाता है यज्ञ शुरू होते ही राक्षसों ने विध्न डालने का प्रयास किया, कई राक्षसों का वध कर श्री राम निर्विध्न यज्ञ को संपन्न कराते हैं
ताड़का बध होते ही दर्शकों में कोलाहल मच गया ,चारो तरफ से जय श्री राम के उद्घोष सुनाई देने लगे ,|
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अनिल गुरुजी ने बताया कि नगर पंचायत पूरब पश्चिम शरीरा की ऐतिहासिक रामलीला की परंपरा को जीवित रखना हम सबका कर्तव्य है, रामलीला आयोजको मे मुख्य रूप से बाबा बालक दास जी, अध्यक्ष अनिल गुरू जी,वरिष्ठ उपाध्यक्ष रामबहोरी चौधरी,आनंद केशरवानी,पिटू सोनी,शहंशाह ,विनोद केशरवानी, राम औतार लोधी,आदि समस्त सभासदगण,भानूप्रताप सिह,विनय त्रिपाठी,व्यास जी,गुरूशरण चतुर्वेदी ,शुभम मिश्रा आदि आयोजको द्वारा रामलीला का मंचन कराया जा रहा है|वही रामलीला के कलाकार श्री चंद विश्वकरमा,सूर्य भान चौरसिया,कुलदीप चौरसिया,सूरज यादव,मणिकलाल,भोलूयादव,सुनील चौरसिया,प्रदीप,विजय मिश्रा आदि कलाकारो द्वारा लीला का मंचन किया जा रहा है|