जुआरियों को संरक्षण देकर ईमानदार पुलिस अधीक्षक की कार्यशैली पर बट्टा लगा रही पुलिस
थाने के कारखास सिपाही जुआरियों के लिए अदा करते हैं खबरीलाल की भूमिका
जुएं का ठेकेदार मीडिया मैनेजिंग से लगाकर पुलिस मैनेजिंग का ठोकता है दावा
यूपी फाइट टाइम्स
ठा. अनीष रघुवंशी
फतेहपुर– भले ही जनपद में ईमानदार पुलिस अधीक्षक अपनी ईमानदारी को लेकर जनता के बीच में लोकप्रिय हो पर किशनपुर पुलिस उनकी ईमानदारी पर बट्टा लगा रही हैं जहां एक ओर पुलिस अधीक्षक अपराध को रोकने का दावा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर उनके ही कुछ नुमाइंदे अपराध को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं और चंद्र पैसों के लिए वर्दी के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक की ईमानदारी को भी तार-तार कर रहे हैं
जानकारी के मुताबिक फतेहपुर जनपद के किशनपुर थाना क्षेत्र में इस समय जुएं का खेल धड़ल्ले से हो रहा है और जुएं के खेल में पुलिस का मेल अहम हो रहा है जिसके चलते जुआरी बेखौफ होकर दिन हो या रात ताश के पत्ते फेंट रहे हैं और लाखों का वारा न्यारा कर रहे हैं ज्ञात हो कि अभी कुछ दिन पूर्व है थाना क्षेत्र में जुआरियों की महफिल सजने की खबर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जमकर प्रकाशित हुई थी तब प्रशासन हरकत में आया था और जुएं का खेल बंद हो गया था लेकिन अब सोचिए कि अगर जुएं के खेल में प्रशासन ही हिस्सेदारी निभाने लगे तो भला जुआरियों के हौसले कैसे कम हो सकते हैं फिर तो चाहे रात हो या दिन हो जुआरियों की महफिल में रंग चढना वाजिब है दरअसल किशनपुर थाना क्षेत्र में जुआरियों ने अपना वर्चस्व इस तरह फैलाया है कि क्षेत्र में जगह-जगह पर जुए की फड़ सजने लगी है जिसके चलते क्षेत्र में चोरी जैसी घटनाएं हैं जब कर सामने आ रहे हैं जुआरी आए दिन ठिकाने बदल बदल कर फंड सजा रहा हैं कभी रारी मोड़ से 1 किलोमीटर दूर तो कभी ससुर खदेरी नदी पर बने पुल के समीप तो कहीं सरौली का जंगल तो वही गंज का तिरहार जुआरियों के लिए कारगर साबित हो रहा है और क्षेत्र में जुआरियों का भौकाल टाइट हो गया है और यह सब पुलिस की जानकारी में हो रहा है दरअसल जुएं के ठेकेदार द्वारा किशनपुर पुलिस को माहवारी तय की गई है जिसके चलते पुलिस जुआरियों को पकड़ने के बजाय जुएं के खेल के लिए खबरीलाल बनी हुई है और जब तक जुएं की फड़ सजी रहती है तब तक कुछ कारखास सिपाही उन्हें लोकेशन देने का काम करते हैं तो वही जुएं का ठेकेदार का भी भौकाल कम नहीं है जो जुआ खिलाने के नाम पर मीडिया मैनेज से लगाकर पुलिस मैनेजिंग का भी दावा ठोकता है नीचे से लगाकर ऊपर तक सब सिस्टम होने का दावा भी करता है यही कारण है कि शाम होते ही क्षेत्र में जुआरियों की लग्जरी गाड़ियां मडराने लगती है और फिर पूरी रात जुएं का खेल होता है पर प्रशासन है कि इन्हें पकड़ने के बजाय संरक्षण देने का काम कर रहा है खैर सोचने वाली बात यह है कि पुलिस अधीक्षक की इमानदारी को चंद्र पैसे पर दागदार करने वाले आखिर कब तक जुआरियों को संरक्षण देते रहेंगे और क्षेत्र में कब तक चोरी डकैती जैसी वारदात होती रहेगी।
वही मामले को लेकर अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन ने बताया कि अगर जुएं जैसे अपराध पर पुलिस का संरक्षण है तो मामले की गोपनीय तरीके से जांच करा कर कार्यवाही की जाएगी ।