विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण व वैज्ञानिक अभिवृति का विकास ज़रुरी-माली
सादड़ी पाली
ललित दवे
विद्यार्थियों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण व वैज्ञानिक अभिवृति का विकास ज़रुरी है। गतिविधि आधारित शिक्षण करकर विज्ञान शिक्षक यह कार्य सहज ही कर सकता है। उक्त उद्गार प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने स्थानीय श्री धनराज बदामिया राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय सादड़ी में शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के सहयोग से आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह में व्यक्त किए।
माली ने विद्यार्थियों से महान वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमण से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।इस अवसर पर विज्ञान शिक्षिका कविता कंवर ने कहा कि हमें वैज्ञानिकों का सम्मान करना चाहिए क्योंकि उनके कार्य संपूर्ण विश्व व मानवता के लिए होते हैं। व्याख्याता कन्हैयालाल ने विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रधानाचार्य विजय सिंह माली ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आयोजित निबंध भाषण चार्ट निर्माण व माडल निर्माण प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की ओर से पारितोषिक देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास की ओर से प्रधानाचार्य विजय सिंह माली व सुशीला सोनी ने विज्ञान शिक्षिका कविता कंवर को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।इससे पहले विज्ञान शिक्षिका कविता कंवर के निर्देशन में चार्ट माडल व विज्ञान पुस्तक प्रदर्शनी लगाई गई जिसका दिनभर विद्यार्थियों ने अवलोकन किया। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर आयोजित प्रतियोगिताओं में वीरम राम चौधरी, रमेश सिंह राजपुरोहित,मनीषा सोलंकी ने निर्णायक की भूमिका निभाई।मंच संचालन प्रकाश शिशोदिया ने किया।इस अवसर पर प्रकाश परमार,रमेश कुमार वछेटा, सरस्वती पालीवाल, नरेंद्र बोहरा, पुरुषोत्तम समेत समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष 28फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है।