सब एडिटर बिहार/एन कुमार
सहरसा: केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू करने की अधिसूचना जारी करने पर जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने प्रतिक्रिया जताई है। प्रशांत किशोर ने कहा कि आज से 3 साल पहले जब पहली बार CAA-NRC की चर्चा हुई उस वक्त मैं नीतीश जी के साथ था। इसी मुद्दे पर नीतीश कुमार ने उस समय लोगों के साथ, दल के साथियों के साथ धोखा करके भाजपा के साथ मिलकर इस बिल को लाने में, इस प्रावधान को देश में लागू कराने के पक्ष में वोट दिया था। तब मैंने दल में रहते हुए खुलकर इसका विरोध किया था और उनके दल को छोड़ा। मैं बिल्कुल ही इस पूरे परिकल्पा के, इस अध्यादेश के, इस कानून के विरोध में हूं।
CAA संविधान की मूल भावनाओं के विपरीत है, आप संविधान का या इस देश को बनाने वालों की मूल भावना का अनादर कर रहे हैं: प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं इसलिए विरोध में नहीं हूं कि इसमें मुसलमान का क्या होगा, हिंदुओं का क्या होगा, भाजपा क्या कह रही है, विपक्षी दल क्या कह रहे हैं? इस पूरे कानून के विरोध में मैं इसलिए हूं कि ये संविधान की मूल भावनाओं के विपरीत है। जो इस देश के फाउंडिंग फादर्स हैं, जिन लोगों ने इस देश को बनाया, जिन लोगों ने इस देश के संविधान को बनाया उन्होंने तय किया कि जाति, धर्म, वर्ग के आधार पर किसी भी तरह का भेदभाव नहीं किया जाएगा। जैसे ही आप नागरिकता को धर्म से जोड़ेंगे, चाहे आपकी मंशा सही हो या गलत हो ये अलग बहस का मुद्दा है। लेकिन, आप संविधान का या इस देश को बनाने वालों की मूल भावना का अनादर कर रहे हैं। इसलिए मैं सीएए के खिलाफ पहले भी था, आज भी हूं और आगे भी रहूंगा।
बता दें कि जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गुरुवार को पटेल नगर सहरसा के वार्ड 29 में अपना मैदान में प्रेस वार्ता की। इस दौरान स्थानीय प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक भी की।