एनडीआरएफ और रेलवे ने ट्रेन हादसे को लेकर किया मॉकड्रिल।
रिपोर्ट दिलीप भटट गोन्डा।
गोन्डा। आपदा जोखिम नियुनीकरण मुहिम के तहत कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में 11वीं वाहिनी वाराणसी की टीमें आपदा प्रबंधन एवं बचाव हेतु उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में मॉक अभ्यास कर रहीं हैं। इसी कड़ी में आज दिनांक 23-03-2022 दिन बुधवार को क्षेत्रीय प्रत्युत्तर केंद्र गोरखपुर से पी. एल. शर्मा उप कमांडेंट की अगुवाई में निरीक्षक डीपी चंद्रा के नेतृत्व में एक 35 सदस्यी एनडीआरएफ टीम रेलवे स्टेशन गोण्डा मे गोण्डा जिले के अन्य हितधारकों द्वारा संयुक्त रूप से रेल दुर्घटना पर एक मेगा मॉक अभ्यास किया गया।
मॉक ड्रिल के दौरान ट्रेन दुर्घटना पर एक परिदृश्य तैयार किया गया। जिसमें ट्रेन संख्या 22531 छपरा मथुरा एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो जाती है, हादसे के दौरान कुछ यात्री अंदर फंस गए है तदनुसार, इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को घटना के बारे में सूचित किया गया। जिसने एनडीआरएफ के नियंत्रण कक्ष और सभी संबंधित हितधारकों को आपात प्रतिक्रिया के लिए सूचित किया। एनडीआरएफ की टीम के पहुंचने से पहले सतही पीड़ितों को प्रथम उत्तरदाताओं द्वारा सुरक्षित निकाल लिया गया। घटना स्थल पर पहुंचने पर एनडीआरएफ की टीम ने प्रारंभिक आकलन किया और साथ ही ऑपरेशन का बेस, कमांड पोस्ट, मेडिकल पोस्ट, कम्युनिकेशन पोस्ट स्थापित किए गए। आकलन के तुरंत बाद टीम द्वारा रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया और कटिंग टूल्स और उपकरणों का इस्तेमाल कर ट्रेन के डिब्बों में अनुलंब और क्षैतिज कटिंग कर गंभीर रूप से फंसे 5 लोगो को जिसमे 2 पुरुष, 2 महिला तथा 1 बच्चे को विभिन्न रस्सी बचाव तकनीक के माध्यम से घायलों को बचाया गया। इसी बीच एक पैसेंजर बोगी में भीषण आग लग गई जिसे फायर ब्रिगेड द्वारा बुझाया गया और मेडिकल एजेंसियों द्वारा प्राथमिक उपचार देने के बाद सभी पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाया गया।
इस पूरे अभ्यास के दौरान इंसिडेंट रिस्पोंस सिस्टम के दिशा-निर्देशों पर जोर दिया गया और इसका पालन किया गया ।इस मौके पर एनडीआरएफ की डिप्टी कमांडेंट पीएल शर्मा ने बताया कि इस मॉक एक्सरसाइज का उद्देश्य हितधारकों के बीच समन्वय बनाना और उपचारात्मक उपाय करना, संसाधनों की दक्षता की जांच करना और प्रतिक्रिया तंत्र की जांच करना और प्रतिकूल स्थिति में बचाव कार्यवाही को परखना था।
इस अभ्यास के दौरान डीआरएम/ ई अजय प्रताप सिंह,सीडीओ शशांक त्रिपाठी, सीनियर डीटीआरएस, एरिया मैनेजर ,सहायक सिक्योरिटी मैनेजर, उपजिलाधिकारी सदर गोंडा विनोद सिंह, सीओ सिटी, आपदा सलाहकार राजेश श्रीवास्तव, अग्निशमन विभाग, आरपीएफ, एडीएसओ, एआरटी एवं अन्य पूर्वोत्तर रेलवे शाखा के अधिकारी एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।