मूरतगंज प्रखण्ड के मलाक भारत और सिराथू के करनपुर में हुई बैठक
आरपी यादव ब्युरो कौशाम्बी
कौशाम्बी। किसी समाज और संस्कृति के फैलाव के लिए मजबूत राष्ट्र पहली आवश्यकता होती है। जब आपका राष्ट्र मजबूत होगा तब समाज में शिक्षा और जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करने वाली विभिन्न संसाधनों का भी विकास होगा जो जीवन प्रत्याशा को बढ़ाता है। हम सभी भारत के रहने वाले प्रजातांत्रिक मूल्य का सम्मान करते हैं और इसको मजबूत बनाए रखने के लिए प्राथमिकता के आधार शत प्रतिशत मतदान को करना हमारा संकल्प होना चाहिए। उक्त बातें विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अवधेश नारायण शुक्ला ने मूरतगंज प्रखण्ड के मलाक भारत और सिराथू के करनपुर में हुई बैठक के दौरान हुई बैठक के दौरान कही।
संत यात्रा के दूसरे दिन विश्व हिंदू परिषद के तत्वाधान में मूरतगंज प्रखण्ड के मलाक भारत और सिराथू के करनपुर में हुई बैठक आयोजित की गई बैठक में संत समाज ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखें। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज में विकास और शिक्षा तो आया है लेकिन आज नैतिक रूप से भारतीय कमजोर हो रहे हैं। जबकि नैतिकता भी जीवन और राष्ट्र के निर्माण पर मजबूत के लिए बहुत जरूरी तत्व है। वह हमारे पूर्वज नैतिक रूप से बहुत ही मजबूत थे और भारत राष्ट्र आर्थिक रूप से भी पूरे विश्व में अपनी मजबूत पकड़ रखता था। इसी छवि के बदौलत भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था लेकिन बाद में गुलामी के दौर आए जिसे भारत को आर्थिक रूप से कमजोर किया। आजादी के बाद से भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने विकास को प्रदर्शित किया है। अब हम सभी भारतीयों का यह करता बनता है कि हमारे पूर्वजों के द्वारा स्थापित भारत के मजबूत छवि और स्वर्णिम इतिहास की संकल्पना को पुन स्थापित करने का काम करें। बैठक में प्रमुख रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग संयोजक ऋषभ द्विवेदी जी , प्रहलाद प्रधान जी, शिवम पांडे,दीपक मौर्य ,अंकित दिवाकर,शुभांशु अग्रहरि, संजय पटेल ,गोविंद अमन साहू,,रंजीत, मंजय राम सुरेमन राम सुरेमान,त्रिलोकी राजू यादव जी सहित सैकड़ो स्थानीय लोग मौजूद रहे।