एसडीएम कोर्ट के स्टे आदेश को ठेंगा दिखा मनबढो ने बेच दी विवादित जमीन
यूपी फाइट टाइम्स
ठा. अनीष रघुवंशी
फतेहपुर– किशनपुर थाना क्षेत्र के रायपुर भसरौल गांव में मनबढो द्वारा एसडीएम के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए विवादित जमीन को बेच देने का मामला सामने आया है जिसके बाद पीड़ित अब लगातार उच्च अधिकारियों से मनबढो़ पर कार्यवाही करने की मांग कर रहा है ।
जानकारी के मुताबिक किशनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत रायपुर भसरौल के मजरे रघुवर डेरा गांव निवासी रामफल पुत्र धर्मपाल ने अपनी जमीन गाटा संख्या 734 में अपना मकान बनवा रहा था जिसके बाद गांव के ही रहने वाले राकेश ने उस जमीन पर अपना कब्जा बता कर मामले की शिकायत एसडीएम खागा से की थी जिस पर एसडीएम खागा ने सन 2018 में जमीन पर नया निर्माण करने व जमीन के क्रय विक्रय पर रोक लगा दी थी एसडीएम खागा ने आदेश देते हुए कहा था कि जब तक इस जमीन के विवाद का निस्तारण नही होता तब तक इस जमीन पर कोई न कोई नया निर्माण होगा न यह जमीन का क्रय विक्रय होगा इस दौरान रामफल के द्वारा बनवाए जा रहे मकान का निर्माण भी रोक दिया गया था जिसके बाद तीन साल बीतने के बाद 2021 में रामफल ने पुनः अपने बने हुए मकान पर छत डलवाने का प्रयास किया तब राकेश ने प्रशासन की शरण में जाकर एसडीएम कोर्ट के स्टे को दिखाकर प्रशासन द्वारा रामफल को छत डलवाने से मना कर दिया जिसके बाद से मामला ज्यों का त्यों पड़ा रहा लेकिन इसी दौरान मनबढो ने एसडीएम कोर्ट के स्टे को ठुकरा कर उस जमीन को बेच दिया हालांकि जब जमीन बेचने की चर्चाएं तेज हुई तो पीड़ित रामफल ने आपत्ति भी दर्ज कराई लेकिन पीड़ित की आपत्ति को नकारते हुए उस जमीन का नवंबर 2021 में बैनामा कर दिया गया और इसके बाद पीड़ित ने एसडीएम के आदेश की कॉपी फिर से निकलवाई जिस पर एसडीएम का आदेश बरकरार था दरअसल जब रामफल अपनी जमीन पर मकान बनवा रहा था तो इस दौरान राकेश ने एसडीएम से शिकायत करते हुए बताया था की यह जमीन मेरी है इस पर कुछ लोग गलत निर्माण करा रहे हैं और इसे बेचने की भी चर्चाएं कर रहे हैं जिस पर एसडीएम कोर्ट ने इस जमीन पर नया निर्माण व क्रय विक्रय पर रोक लगा दी थी बावजूद इसके भी परिवार के ही रहने वाले राम लखन व चंदा ने इस जमीन को गांव के ही रहने वाले चरणजीत देवी पत्नी छोटेलाल व बुदान पत्नी रामबली के हाथों भेज दिया जिसके बाद से पीड़ित अब लगातार उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रहा है और एसडीएम के आदेश को ठेंगा दिखाने वालों पर कार्यवाही की मांग कर रहा है पर पीड़ित को आज तक ना तो न्याय मिल सका है और ना ही कोर्ट के आदेश को ठेंगा दिखाने वालों पर कोई सख्त कार्रवाई हो सकी है ।
वही मामले को लेकर उप जिलाधिकारी खागा ने बताया कि हो सकता है उस जमीन में कई खातेदार रहे हो जिसकी वजह से पूरी जमीन का स्टे न हुआ हूं इस वजह से और हिस्सेदारों ने अपनी जमीन बेच दी हो अगर पूरी जमीन का स्टे होने के बाद भी जमीन बेची गई है तो यह गलत है और इस पर कार्यवाही की जाएगी ।