सोमल ताल ड्रेन के खुदाई में किसान का निजी खेत बना बाधा
ग्रामीणों ने एसडीएम से शिकायत कर समस्या के निस्तारण का किये मांग
धनंजय पाण्डेय
रामकोला कुशीनगर। कप्तानगंज तहसील क्षेत्र स्थित सोमल ताल से होकर गुजर रही ड्रेन जिससे लगभग 30 गांवो के हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि प्रभावित होती हैं। ग्रामीणों के कई वर्षों से मांग के वावजूद एक सप्ताह से ड्रेन की खुदाई का कार्य शुरू हुआ है। जिससे ग्रामीणों को यह उम्मीद हैं कि इस बार जो फसल बोई जाएगी, वह बर्षात के पानी से डूबकर नष्ट नही होगी।
बाढ़ खण्ड के द्वारा बभनौली ताल से खैरेटवा तक लगभग 13.6 किलोमीटर ड्रेन की खुदाई कार्य चल रहा है। सोमवार को ग्रामपंचायत भठही बुजुर्ग, धनौनी माफी व अमडरिया सिवान पर खुदाई के दौरान सीमा स्पष्ट नही होने से बाधा उत्पन्न हो गई। जिससे खुदाई का कार्य बाधित हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि 2 वर्ष पूर्व तत्कालीन एसडीएम अरविंद कुमार के द्वारा जल निकासी को लेकर मयफोर्स मौके पर पहुँचे। और वहा विवादित स्थल पर ड्रेन के मध्य फागू पुत्र रामरूप व आदि का आराजी नम्बर हैं। जिसके सम्बन्ध में बगल में स्थित ग्रामसभा की जमीन में ड्रेन की खुदाई करा दिए। लेकिन अबतक किसानों के आराजी नम्बर के जमीन के बदले कोई जमीन नही मिली जिससे प्रभावित किसान ड्रेन की खुदाई रोक दिए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया की ठेकेदार द्वारा मानक की धज्जियां उड़ाई जा रही है और धन का बंदरबांट किया जा रहा है। इस दौरान जनार्दन यादव, जितेंद, केशव,पूर्व प्रधान कमलेश यादव,जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि बलराम राव,पूर्व प्रधान भगवंत गोविंद राव,प्रधान मुनेब कुशवाहा,प्रधान प्रतिनिधि त्रिलोकी गोंड जंत्री, जवाहिर,प्रधान संजय चौहान, योगेंद्र,छोटेलाल यादव, दर्शन, रामलखन, ओमप्रकाश, रामदरश, पवन गोविंद राव आदि ने एसडीएम कप्तानगंज से जनहित में इस समस्या के निस्तारण की मांग किये हैं ।इस संबंध में शुकरूल्लाह अहमद जेई बाढ़ खण्ड ने बताया कि ड्रेन वहा ब्रेक डाउन है। चकरोड एवं आराजी नम्बर होने से यह समस्या है। जल्द ही निस्तारण कराकर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।