संवाददाता
रमेश राजपूत की रिपोर्ट
महाशिवरात्रि के महापर्व पर मेले का होता है आयोजन
जनपद कौशांबी के टेवां गांव में प्राचीन शिव मंदिर महेश बाबा के स्थान पर सैकड़ों बरस से महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर दो दिवसीय मेले का आयोजन होता चला आ रहा है पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी भव्य मेले का आयोजन शुरू है जोकि फाल्गुन मास की चतुर्दशी एवं अमावस्या को संपन्न होता है मेले में चार जनपद कौशांबी चित्रकूट प्रयागराज फतेहपुर से दुकानदार मिठाई ,कुल्फी ,चाट फुलकी ,झूला पान की दुकान ,सौन्दर्य प्रसाधन की सामग्री आदि बहुत सारी जरूरत की वस्तुएं बेचने के लिए आते हैं और साथ ही साथ महेश बाबा में जलाभिषेक कर लोग पुण्य कमाते हैं!
श्रद्धालु शिव भक्त मनोकामना पूर्ति के लिए नंगे पांव पैदल चलकर परी परिक्रमा लेटकर करते हुए जलाभिषेक एवं दर्शन करते हैं आसपास के गांव के लोग बड़ी संख्या में महिलाएं बच्चे पुरुष लाइन लगाकर अपनी अपनी बारी का इंतजार जलाभिषेक के लिए करते हैं और जलाभिषेक करके भगवान शिव को मनाते हैं मनोकामना पूर्ति के लिए पूजा अर्चना भी करते हैं !
मेले की देखरेख की जिम्मेदारी पुलिस चौकी टेवां व थाना मंझनपुर प्रशासनिक देखरेख में सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम रहता है!
गांव के ही सम्मानित एवं संभ्रांत जानो ज्ञानेन्द्र नारायण तिवारी, पूर्व प्रधान वीरेंद्र सिंह एवं पूर्व प्रधान गुलाब सिंह, पूर्व प्रधान समय लाल सरोज, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य हरिश्चंद्र लोधी राजपूत, नगर सेठ सोहनलाल केसरवानी आदि लोगों की देखरेख में संपन्न होता है!