सतीश गोयल/सम्पादक यूपी फाइट टाइम्स
कौशांबी में प्राइवेट हॉस्पिटल एसोसिएशन (पीएचए) की हड़ताल ने स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौती को बढ़ा दिया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इस चुनौती का डटकर सामना करने का संकल्प लिया है। कौशाम्बी सीएमओ डॉ. संजय कुमार ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए सीएचसी और पीएचसी के चिकित्सकों को स्पष्ट और सख्त निर्देश जारी किए हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि रोगियों को चिकित्सा सेवाओं से वंचित नहीं रखा जाएगा।
सीएमओ डॉ. संजय कुमार ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी परिस्थिति में रोगियों को सीएचसी या पीएचसी से वापस नहीं लौटने दिया जाए। विशेष रूप से गंभीर रोगियों को प्राथमिकता दी जाए।” उन्होंने आदेश दिया कि रोगियों की भर्ती प्रक्रिया को त्वरित गति से किया जाए, ताकि उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं तुरंत उपलब्ध हो सकें। यदि किसी मरीज की स्थिति गंभीर हो, तभी उसे रेफर किया जाए। इसके साथ ही, रेफर किए गए मरीजों के लिए तत्काल एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, जिससे समय पर इलाज मिल सके।
सीएमएस ने जानकारी दी कि हमारे पास पर्याप्त चिकित्सक, बेड और दवाइयों की उपलब्धता है, जिससे हड़ताल के दौरान भी मरीजों को किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने अपील की है कि मरीज इधर-उधर भटकने के बजाय नजदीकी सीएचसी, पीएचसी या मेडिकल कॉलेज का रुख करें, जहां सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
सीएमओ डॉ. संजय कुमार ने हड़ताल के चलते जिले में चिकित्सा सेवाओं पर किसी भी तरह के असर को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की बात कही। उन्होंने कहा, “हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ता पूरी तरह से तैयार हैं और मरीजों की सेवा में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होने देंगे।” इस प्रकार, स्वास्थ्य विभाग की यह मुस्तैदी और दृढ़ संकल्प दर्शाता है कि वे रोगियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति कितने गंभीर हैं। ऐसे समय में जब कई चुनौतियाँ सामने हैं, विभाग ने एकजुटता और समर्पण के साथ कार्य करने का प्रण लिया है, ताकि हर मरीज को उत्कृष्ट चिकित्सा सेवा मिल सके।