ज्ञानेश्वर बरनवाल देवरिया
देवरिया भाटपार रानी
गोरखपुर परिक्षेत्र के उच्च शिक्षा अधिकारी प्रोफेसर अश्विनी कुमार मिश्र ने कहा कि मिलेट्स आहार फाइबर का एक उत्कृष्ट स्रोत है।यह पोषक तत्वों से भरपूर, ग्लूटेन-मुक्त और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। मिलेट्स आहार फाइबर, प्रोटीन, आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है।
उक्त बातें डॉ मिश्र कस्बे की मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज परिसर में आयोजित मिलेट्स के दो दिवसीय संगोष्ठी के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे, उन्होंने मिलेट्स की उपयोगिता पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला।
संस्थान के प्रबंधक व वरिष्ठ भाजपा नेता राघवेंद्र वीर विक्रम सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में गोष्ठी की समाचीनता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत को प्राचीन काल से ही विश्व गुरु का दर्जा प्राप्त है। मिलेट्स की दिशा में विश्व के संपूर्ण देशों की अगवानी करने के लिए सबसे पहली पंक्ति में खड़ा है। प्राचार्य प्रोफेसर सतीश चंद्र गौड़ ने कहा कि मिलेट्स स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होने के कारण अब दुनियाभर में भोजन का हिस्सा बन रहा है ।कई देशों ने गेहूं के स्थान पर इसे अपने रूटीन के भोजन में स्थान दे रहे हैं ।खाने में स्वादिष्ट होने के साथ-साथ यह आसानी से हजम हो जाता है। वजन कम करने में भी मददगार है।इसमें आयरन की अच्छी मात्रा होती है।
संस्थान के उपाध्यक्ष डॉ पवन कुमार राय ने कहा कि मिलेट्स खाने में स्वादिष्ट होने के साथ यह पाचक भी हैं। इनमें फाइबर, प्रोटीन, फोलेट, आयरन और अमिनो एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, डॉ राय ने कहा कि मानव जीवन बने धन्य,आहार बन जाये श्रीअन्न। मिलेट्स एंटी एजिंग गुणों से भी भरपूर होते हैं।प्रोफेसर कमलेश नारायण मिश्र ने “यह रागी हुई अभागी क्यों?” का कविता पाठ किया। प्रोफेसर राम अवतार वर्मा ने कहा कि खासतौर से महिलाओं के ब्रेस्ट कैंसर,कोलन कैंसर ,कार्डियोवैस्कुलर डिजीज, इंटेस्टाइन से संबंधित रोगों के उन्मूलन में मिलेट्स की महत्वपूर्ण भूमिका है।
संगोष्ठी को प्रोफेसर सुधीर कुमार शुक्ल, सहायक आचार्य डॉ रणजीत सिंह, डॉ अभिमन्यु पांडेय, डॉ रणजीत सिंह ने संबोधित किया।
इस दौरान शिवप्रसाद, प्रवीण शाही, शिव प्रताप सिंह आदि लोग मौजूद रहे। गोष्ठी ऑनलाइन मोड में भी संचालित होता रहा। भौतिक विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ एसके पाठक का सहयोग रहा। राष्ट्रगान के साथ समापन हुआ। संगोष्ठी के आयोजक संस्थान के प्रबंधक एवं प्राचार्य ने संगोष्ठी की सफलता पर सभी अतिथियों के साथ महाविद्यालय परिवार के सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया।