यूक्रेन से सुयश गुप्ता के सुरक्षित वतन वापसी पर कर्नलगंज में हुआ भव्य स्वागत।
रिपोर्ट दिलीप भटट गोंन्डा।
कर्नलगंज, गोण्डा। बीते कई दिनों से रुस और यूक्रेन से छिड़े युद्ध में यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसे सुयस गुप्ता के सकुशल वतन वापस लौटने पर उनके स्वागत मे उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, कर्नलगंज दल-बल के साथ सुयश के माता पिता के साथ कर्नलगंज की जनता भी बेसब्री से इंतजार कर रही थी। जिसके वापसी पर एसडीएम व तहसीलदार ने सुयश का फूलमालाओं से स्वागत किया गया। मालूम हो कि यूक्रेन में पढ़ाई करने गये कस्बा कर्नलगंज निवासी सुयश गुप्ता रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध दौरान एक सप्ताह से वहां फंसे थे। शनिवार को उनका विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर लैंड करने की सूचना पाकर पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। उसके परिवार व रिश्तेदारों के साथ कस्बा कर्नलगंज के लोग भी सुयश की सकुशल घर वापसी की ईश्वर से कामना रह रहे थे। सुयश के पिता डॉक्टर रमेश गुप्ता ने बताया कि युद्ध की दहशत तो पहले से ही थी। लेकिन बीते एक सप्ताह से हालात बहुत खराब हो गये थे। जिस फ्लैट में सुयश रहते थे उसी के सामने बंकर बनाया गया था। इनका फ्लैट क्यू सिटी से करीब छह किलोमीटर की दूरी पर था। जैसे ही खतरे का आभास होता और सायरन बजता सभी बंकर में चले जाते। ऐसे में वहां मौजूद हर कोई जीवन की लड़ाई लड़ रहा था। बीते चार मार्च को सुयश रोमानिया बार्डर पहुंचा तो उसके वापसी की उम्मीद जगी। सेलसिया हवाई अडडे से दिल्ली के लिये उड़ान भरने के बाद सुबह चार बजे दिल्ली एयरपोर्ट पर विमान ने लैंड किया। जहां सरकार ने वाहन उपलब्ध कराकर सुयश सहित करीब आधा दर्जन छात्रों को उनके घर पहुंचाया है। सुयश की मां ने कहा कि अब मेरा बेटा भय के माहौल से निकल चुका है और वह अपने वतन की आजाद धरती पर सांस ले रहा है।
शनिवार की देर शाम सुयश गुप्ता का वाहन कर्नलगंज पहुंचा। जहां पहले से ही मौजूद उपजिलाधिकारी हीरालाल, तहसीलदार पुष्कर मिश्रा, कस्बा पुलिस चौकी प्रभारी दिवाकर मिश्रा ने फूल मालाओं से भव्य स्वागत किया। वहीं उसके परिवार एवं पुलिस प्रशासन के साथ भारी संख्या में लोग उसके आने का इंतजार कर रहे थे। बताते चलें कि कर्नलगंज के लाल भं सुयश के सुरक्षित घर वापसी से क्षेत्रवासियों में भी काफी हर्ष है।