आश्रय केंद्रों पर गोवंशों की मौत हुई तो BDO सीधे जिम्मेदार- DM

वि. के श्रीवास्तव (रिंकू)

आश्रय केंद्रों पर गोवंशों की मौत हुई तो BDO सीधे जिम्मेदार- DM

गोंडा। गौ आश्रय केंद्रों पर संरक्षित किए गए गोवंशों की मौत पर DM डा उज्जवल कुमार ने कड़ा एक्शन लिया है और इसकी जिम्मेदारी तय कर दी है। डीएम ने कहा है कि किसी गौ आश्रय केंद्र पर अगर लापरवाही से किसी गोवंश की मौत होती है तो इसके लिए सीधे तौर पर ब्लाक के बीडीओ को जिम्मेदार माना जायेगा। डीएम ने DPRO को नोडल बनाकर गौ आश्रय केंद्रों के मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी है।

गौ आश्रय केंद्रों के संचालन में सुधार को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक में DM डा उज्जवल कुमार ने कहा कि पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान व पशु पालन विभाग के अधिकारी है आश्रय के दिनों के संचालन में रूचि नहीं ले रहे हैं। इस लापरवाही से गौ वंशों का संरक्षण शासन की मंशा के मुताबिक नहीं हो पा रहा है। यह स्थिति कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती। डीएम ने कहा कि सभी ब्लाकों के बीडीओ व पशुपालन विभाग के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में संचालित गौशालाओं का साप्ताहिक निरीक्षण करें और उसकी रिपोर्ट सीडीओ को फोटोग्राफ्स के साथ उपलब्ध कराएं। डीएम ने दो टूक कहा कि यदि किसी गौ आश्रय केंद्र में लापरवाही से किसी गौवंश की मौत होती है तो सीधे तौर पर उस ब्लाक के BDO को जिम्मेदार माना जायेगा। डीएम ने गौशालाओं में संरक्षित गौवंशों का टीकाकरण कराने, हरे चारे की बुआई कराने व गौवंशों का शत-प्रतिशत बन्ध्याकरण कराए जाने के निर्देश दिए। डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी को गौशालाओं का नोडल नामित करते हुए उनके मानिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!