मेराज अहमद मंडल क्राइम ब्यूरो
डीएम ने किया साफः भ्रष्टाचार किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं, दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही.
गोण्डा। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के आदेश पर जनपद के झंझरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत कुन्दुरखी में हुए मनरेगा घोटाले में ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी समेत पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। इनमें, ग्राम प्रधान रेखा देवी, ग्राम विकास अधिकारी प्रसून श्रीवास्तव, ग्राम रोजगार सेवक किशोरी लाल, तत्कालीन तकनीकी सहायक प्रदीप कुमार और तत्कालीन अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी शामिल हैं। जांच में शासकीय धनराशि के दुर्विनियोग और गबन के आरोपों की पुष्टि होने के बाद यह कार्यवाही की गई।वर्ष 2022-23 में विकासखण्ड झंझरी की कुन्दुरखी में वित्तीय मनरोगा योजनान्तर्गत पुलिस चौकी कहोबा से शोभा राम के खेत तक नाले की मिट्टी खुदाई कार्य कराया गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने संबंधित कार्य में गड़बड़ी की शिकायत पर जांच की प्रक्रिया शुरू की। संबंधित प्रकरण में जिला विकास अधिकारी गोण्डा, अधिशाषी अभियंता ग्रामीण अभियन्ता विभाग एवं अधिशाषी अभियन्ता सरयू नहर खण्ड-4 की समिति गठित की गई। इस समिति की संयुक्त जांच आख्या 13 अक्टूबर 2023 को सामने आई।जांच आख्या के अनुसार प्रस्तावित कार्य की प्राक्कलन लागत 18.35 लाख रुपये है। इसके सापेक्ष पत्रावली के अनुसार कुल धनराशि 17.31 लाख रुपये का व्यय श्रमिकों को किये जाने हेतु मस्टर रोल निर्गत किया गया। जबकि, एमआईएस रिपोर्ट के मुताबिक, परियोजना पर 16.75 लाख रुपये व्यय मजदूरी के रूप में किया गया और सामग्री मद में भुगतान शून्य है।जांच आख्या के अनुसार परियोजना स्थल पर कुल धनराशि 8,69,441 रुपये का कार्य पाया गया। इस प्रकार भुगतान की गई धनराशि के सापेक्ष कार्य पर कुल 8,06,392 रुपये का अधिक भुगतान किया गया और मौके पर कार्य कम पाया गया। जांच में खुलासे के बाद डीएम नेहा शर्मा के आदेश पर परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण चन्द्रशेखर द्वारा कोतवाली नगर में एफआईआऱ दर्ज कराई गई है।जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने साफ किया है कि भ्रष्टाचार को किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं किया जाएगा। प्रदेश सरकार को भ्रष्ट के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। जनपद में किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचार करने वालों को माफ नहीं किया जाएगा।