मनरेगा में फर्जी भुगतान बीडियो ने रिकवरी का दिया आदेश मामले में हो रही लीपापोती दबाने का प्रयास
बकेवर /फतेहपुर
देवमई विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत मिर्जापुर मकरंदपुर में मनरेगा कार्य में फर्जी मुकतान का मामला इन दिनों सुर्खियां बटोर रहा है ग्राम प्रधान उमाकांत कुशवाहा तकनीकी सहायक सुनील दत्त व ग्राम विकास अधिकारी असोक गौतम ने मिलकर फर्जी भुगतान करके 57960 रु गबन किया जिसकी शिकायत रोजगार सेवक ने ब्लाक अधिकारी को अवगत कराया कहा कि मैकश के खेत से सैकापुर तक नाली खुदाई बिना कार्य किए भुगतान कराया गया यह बड़ा सवाल उठता है कि आखिर भ्रष्टाचार में कौन कौन सामिल है ऐसे दर्जनों ग्राम पंचायतों में फर्जी भुगतान के मामले निकलते है लेकिन ब्लॉक अधिकारियों के द्वारा दबा दिया जाता है जांच रिपोर्ट मनगढ़ंत बनाकर उच्च अधिकारी को भेज दी जाती है मामला जैैसे ही उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तो बीडीओ ने खुुद को फंसते देखकर तत्काल जांच लगा दी जांच कर्ता ने भ्रष्टाचार उजागर किया तो तत्काल बीडीओ ने रिकवरी कराने का आदेश जारी कर दिया एक सप्ताह के बाद भी पैसा नहीं जमा किया गया बीडीओ देवमई कहीं न कहीं भ्रष्टाचार मामले में आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है
देवमई खंड अधिकारी सुषमा देवी ने ग्राम पंचायत मिर्जापुर मकरंदपुर में 24 जून को रोजगार सेवक की शिकायत पर मैकस के खेत से सैका पुर तक नाली खुदाई का पैसा 57960 रुपए का फर्जी भुगतान विकास खंड अधिकारी को जाच में मिला था जिस पर ग्राम पंचायत सचिव अशोक गौतम , ग्राम प्रधान उमाकांत और तकनीकी सहायक सुनील को दो दिन में पुरा पैसा वसूल कर जमा करने को कहा था लेकिन अभी तक वसूली पत्र को नजरअंदाज करते हुए कोई पैसा नहीं जमा किया गया है।
खंड विकास अधिकारी सुषमा देवी ने बताया पैसा वसूली पत्र 27 जून को संबंधित कर्मचारियों को प्राप्त करा दिया गया था और डीसी ( डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर ) मनरेगा को पत्र भेजकर अवगत करा दिया गया है।लेकिन अभी तक गबन किया पैसा ग्राम पंचायत से नहीं वसूला गया बीडीओ देवमई भ्रष्टाचार मामले में ज्यादा कुछ बताने को तैयार नहीं है मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है