युपी फाइट टाइम्स
सीआरसी गोरखपुर में दिव्यांगता के कारण और पहचान विषय पर आयोजित हुई ऑनलाइन संगोष्ठी तथा बौद्धिक दिव्यांगजनों में बांटा गया टी एल एम किट।
रामकिशोर यादव लखनऊ ब्यूरो चीफ
सीआरसी गोरखपुर में लगातार जन-जागरूकता के कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है, इसी क्रम में दिव्यांगता की पहचान और बचाव विषय पर एक ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर वक्ता सीआरसी गोरखपुर के विशेष शिक्षक श्री अरविंद कुमार पांडे ने दिव्यांगता के जन्म पूर्व,जन्म के समय तथा जन्म के बाद के कारणों की विस्तार से चर्चा किया तथा दिव्यांगता के बचाव के लिए सामान रक्त संबंधों में शादी न करने तथा स्वस्थ आहार-विहार अपनाने की सलाह दी। सीआरसी गोरखपुर की प्रवक्ता डॉ भारती देवी ने दृष्टिबाधितजनों के दिव्यांगता के कारणों तथा उसका बचाव पर अपने विचार व्यक्त किए। सीआरसी गोरखपुर के ओ एंड एम सह विशेष शिक्षक श्री नागेन्द्र पांडे ने दृष्टि दिव्यांगजनों के लिए मोबिलिटी के महत्व पर प्रकाश डाला। एक अन्य कार्यक्रम के अंतर्गत बौद्धिक दिव्याजनों को टी एल एम किट वितरित किया गया। जिसमें 35 लाभार्थियों को टी एल एम दिया गया। बता दें कि टी एल एम किट बौद्धिक दिव्यांगजनों को पढ़ने लिखने के लिए सहायक सामग्री है जो कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी एडिप योजना के अंतर्गत बौद्धिक दिव्यांगजनों को मुफ्त में दी जाती है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तीकरण संस्थान के निदेशक डॉ हिमांग्शु दास के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। सीआरसी गोरखपुर के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर श्री रवि कुमार ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन सीआरसी गोरखपुर के नैदानिक मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री राजेश कुमार ने किया। सीआरसी गोरखपुर के पुनर्वास अधिकारी श्री राजेश कुमार यादव ने सबके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। ऑनलाइन माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों ने इस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।