बाउंड्री वॉल के फर्जी भुगतान के मामले में डीएम से शिकायत, जांच का हुआ निर्देश
यूपी फाइट टाइम्स
ठा. अनीष रघुवंशी
फतेहपुर– विजयीपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत गुरुवल में बरात घर में बाउंड्री वॉल बनवाने के नाम पर फर्जी तरीके से भुगतान कराने का मामला तूल पकड़ने लगा है जिसकी शिकायत जिलाधिकारी से की गई है जिस पर जांच टीम गठित कर जांच के निर्देश हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक़ विजयीपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत गुरवल मजरे नेवाजपुर गांव में पिछली पंचवर्षीय में बारात घर का निर्माण कराया गया था जिसके बाद उस पर बाउंड्री वॉल का निर्माण होना था जिसके बाद बाउंड्री वॉल के नाम पर फर्जी तरीके से भुगतान करा लिया गया लेकिन अभी तक वहां पर बाउंड्री वॉल का निर्माण नहीं कराया गया जबकि बाउंड्री वॉल के निर्माण कराने के नाम पर दो लाख 87 हजार रुपए का फर्जी तरीके से भुगतान हो गया जिसके बाद मामले की खबर समाचार पत्रों पर प्रकाशित हुई तो आनन-फानन में ग्राम प्रधान ने मौके पर कुछ ईंट व बालू डलवा कर अपना बचाव करना चाहा लेकिन बृहस्पतिवार की दोपहर उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच गए जहां उच्च अधिकारियों को बाउंड्री वाल का निर्माण नहीं मिला जिसके बाद मामले में सांठगांठ का दौर शुरू हो गया और भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए कई जिम्मेदार लग गए जिसके बाद शुक्रवार की सुबह खंण्ड विकास अधिकारी मौके पर पहुंची जहां मौके पर बाउंड्री वॉल का निर्माण कराया जा रहा था जिस पर खंड विकास अधिकारी ने रोक लगा दी तो वही मामले को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत की ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को दिए गए शिकायती पत्र बताया कि ग्राम पंचायत में बारात घर में बाउंड्री वॉल बनवाने के नाम पर फर्जी तरीके से भुगतान करा लिया गया और अब कुछ जिम्मेदार भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए लगें है जिसको संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को जांच टीम गठित कर जल्द जांच कराने का निर्देश दिया है जिसके बाद से ब्लॉक के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है वही शिकायतकर्ता नहीं मनरेगा उपायुक्त को भी शिकायती पत्र सौंपा है और मामले की जांच कर निष्पक्ष तरीके से कार्यवाही की मांग की है ।
वहीं सूत्रों की माने तो शुक्रवार की सुबह मौके पर पहुंची खंड विकास अधिकारी ने निरीक्षण के तुरंत बाद ब्लॉक परिसर में ब्लाक कर्मचारियों के साथ एक बैठक की बैठक पर किस बात को लेकर मंत्रणा हुई इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी कहीं ऐसा तो नहीं की मंत्रणा कर भ्रष्टाचारियों के बचाने का खेल खेला जा रहा है ।