नरगिस ख़ान
यूपी फाइट टाईम
होहिं सगुन सुभ बिबिधि बिधि बाजहिं गगन निसान|
पुर नर नारि सनाथ करि भवन चले भगवान||
पाँच सौ वर्षों की प्रतीक्षा एवं अनगिन राम भक्तों के बलिदान के परिणामस्वरूप आज यह परम पुण्यशाली, सौभाग्यशाली अवसर हम सबको देखने को मिल रहा है..ऐसा लग रहा है कि आज हम सब भारतवासी सही अर्थों में सनाथ हो गये हैं, हम अपने आलीशान बंगलों में थे और हमारे प्रभु श्रीराम टेंट में विराज रहे थे..एक सनातनी के लिए इससे कष्टप्रद और कुछ नहीं हो सकता है..!
आज हमारे प्रभु टेंट से निकलकर अपने महलों में पहुँचे हैं, ये दृश्य देखकर आँखें नम एवं हृदय गदगद है..श्रीराम केवल किसी एक के नहीं हैं अपितु श्रीराम के आदर्श चरित्र समष्टि के लिए मार्गदर्शक एवं कल्याणकारक हैं, प्रभु श्रीराम का मंगल चरित्र सबके लिए मंगलकारी है इसलिए श्रीराम जी का यह मंदिर एक राष्ट्र मंदिर ही है जो हजारों वर्षों तक इस राष्ट्र की एकता, अखण्डता और सहिष्णुता बनाए रखने एवं मानव जाति को धर्म व मर्यादा के मार्ग अग्रसर बनाए रखने में अपनी अहम भूमिका का निर्वाह करेगा..!!!