बाढ़ प्रभावित इलाकों का एसडीएम ने किया निरीक्षण
यूपी फाइट टाइम्स
ठा. अनीष रघुवंशी
फतेहपुर। यमुना नदी का जलस्तर लगातार तीन चार बार कम होने के बाद अब तेजी से बढ़ रहा है जिससे यमुना तटवर्ती इलाकों पर बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए तो वहीं कई गांव के रास्ते भी पूरी तरीके से जलमग्न हो गए हैं जिसको लेकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का एसडीएम ने जायजा लिया है
जानकारी के मुताबिक सोमवार की सुबह से यमुना नदी का जलस्तर काफी तेजी से बढ़ रहा है जिसको लेकर यमुना तटवर्ती इलाकों पर बसे गांव के लोगों के बीच बाढ़ का खतरा बना हुआ है वही कई गांव के संपर्क मार्ग भी जलमग्न होने की वजह से टूट गए वहीं जहां बाढ़ जैसे हालात पैदा हो रहे हैं वहां उप जिला अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं और बाढ़ का जायजा ले रहे हैं बुधवार की सुबह भी उप जिला अधिकारी खागा ने किशनपुर में पहुंचकर बाढ़ का जायजा लिया जहां किशनपुर के वार्ड नंबर 6 वार्ड नंबर पांच वार्ड नंबर 2 पर जमुना नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है अगर यमुना नदी का जलस्तर अगले 24 घंटे इसी प्रकार बढ़ता रहा तो यह बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे तो वही महावतपुर असहट गांव में यमुना नदी खतरे के निशान से कुछ दूरी पर बह रही है जिसके लिए बाढ़ चौकियां अलर्ट कर दी गई हैं वही सभी लेखपालों को भी तैनात कर दिया गया है जो यमुना नदी के जलस्तर पर लगातार नजर बनाए हुए हैं वही महावतपुर असहट में अगर कोई परिवार बाढ़ प्रभावित होता है तो उसके रुकने के लिए भी विद्यालय में व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए हैं वही किशनपुर में भी बाढ़ से प्रभावित होने वाले लोगों के परिवारों के रुकने के लिए नगर पंचायत द्वारा उचित व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर 24 घंटे यमुना नदी का जलस्तर इसी प्रकार से बढ़ता गया तो कई गांव बाढ़ की चपेट में होंगे जिसको लेकर उप जिला अधिकारी खागा लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर जायजा ले रहे हैं और लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दे रहे हैं बुधवार को किशनपुर से बाढ़ का जायजा लेने के बाद उप जिलाधिकारी खागा क्षेत्र के कई बाढ़ प्रभावित गांव का भी दौरा किया है जहां उन्होंने लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए ।
वही मामले को लेकर उप जिलाधिकारी खागा ने बताया कि किशनपुर में कुछ वार्ड यमुना नदी के बढ़ते चले स्तर से बाढ़ के खतरे में हैं वही महावतपुर आहट में भी कई परिवारों के बीच बाढ़ का खतरा बना हुआ है अगर यह परिवार बाढ़ की चपेट में आते हैं तो इनके रुकने के लिए उचित व्यवस्था के भी इंतजाम कर दिए गए हैं ।