गोवंश आधारित जैविक खेती समय की मांग, इससे लागत घटेगी और किसान की आय बढ़ेगी : कैलाश चौधरी
मध्यप्रदेश की एक दिवसीय प्रवास पर रहे केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने विभिन्न कार्यक्रमों में की शिरकत, जैविक एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने को लेकर केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में दी जानकारी
सलकनपुर/भोपाल (मध्य प्रदेश)
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी सोमवार को मध्य प्रदेश राज्य के दौरे पर रहे। प्रवास को लेकर सोमवार सुबह भोपाल एयरपोर्ट पहुँचने पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का मध्यप्रदेश भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष दर्शन चौधरी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्वागत एवं अभिनंदन किया। इसके बाद केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने मध्यप्रदेश स्थित सलकनपुर में मां भगवती के शक्तिपीठ विजयासन धाम में पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया तथा देश प्रदेश में सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। स्वामी उत्तमचंद आश्रम में संतों से आशीर्वाद लिया तथा भक्त जनों के साथ प्रसाद ग्रहण किया।
इसके बाद केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी मध्यप्रदेश के सलकनपुर में स्वर्गीय प्रभाकर राव केलकर स्मृति गोवंश आधारित जैविक कृषि के पुरस्कार वितरण समारोह में सम्मिलित हुए। इस दौरान आयोजन में उपस्थित महामंडलेश्वर उत्तम स्वामी एवं ग्रीशानंद से आशीर्वाद प्राप्त कर जैविक कृषि में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया। साथ ही केंद्र सरकार द्वारा कृषि को सुलभ, लाभकारी एवं पर्यावरण संरक्षण में सहायक बनाने के लिए किए जाने वाले बदलावों एवं लिए गए निर्णय के बारे में जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री किसान संघ गजेंद्र सिंह, सांसद रमाकांत भार्गव, कुलपति आर्यावर्त विश्वविद्यालय बृजेन्द्र गौतम, किसान संघ प्रदेशाध्यक्ष कमल सिंह आंजना एवं तपन भौमिक सहित अन्य महानुभव उपस्थित रहे।
जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है केंद्र सरकार : कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि गोवंश आधारित जैविक और प्राकृतिक खेती समय की मांग है। इससे किसान की उत्पादकता भी बढ़ेगी और उसे उसकी फसल का अधिक दाम भी मिलेगा। देश के कई राज्यों में लगातार जैविक खेती का रकबा बढ़ता ही जा रहा है। गोवंश एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने वाले कार्यों की सराहना करते हुए कैलाश चौधरी ने कहा कि यह बेहद सराहनीय पहल है इससे किसानों को भी जैविक खेती करने की प्रेरणा मिलेगी। कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार ने निकोबार और लद्दाख को जैविक खेती के लिए सर्वाधिक उपयुक्त मानते हुए केमिकल फ्री जोन घोषित किया है। इसी तरह यदि देश के अन्य भागों के किसान भी अपने-अपने इलाके में जैविक खेती करेंगे तो तीसरे साल उनकी जमीन को पूरी तरह केमिकल फ्री माना जाएगा और पूरे इलाके को केमिकल फ्री जोन घोषित किया जाएगा।