*शरद कुमार राव: एक प्रेरणा और समाजसेवी*शरद कुमार राव का जीवन एक प्रेरणास्त्रोत है, जो यह सिद्ध करता है कि कठिनाइयों और संघर्षों के बावजूद, कोई भी व्यक्ति अपनी मेहनत, समर्पण और समाजसेवा की भावना से न केवल अपनी पहचान बना सकता है, बल्कि समाज की सेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
घोसिया सरायअकिल के एक छोटे से गांव में जन्मे शरद कुमार राव की शिक्षा का सफर जनपद कौशाम्बी और लखनऊ से शुरू हुआ। उन्होंने स्नातक की डिग्री के बाद MBA की पढ़ाई भी लखनऊ से की, जो उनके जीवन के लिए मील का पत्थर साबित हुआ।*शिक्षा के क्षेत्र में योगदान:*MBA की डिग्री प्राप्त करने के बाद, शरद कुमार राव ने एक कंप्यूटर सेंटर स्थापित किया, जहां उन्होंने हजारों बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा दी। यह कदम न केवल बच्चों के लिए तकनीकी शिक्षा के दरवाजे खोला, बल्कि उनके भविष्य को संवारने का एक सशक्त प्रयास था। उनकी इस पहल ने क्षेत्र के बच्चों को नई संभावनाओं से परिचित कराया, जो उन्हें आज के डिजिटल युग में आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रहा है।
*व्यवसायिक सफलता और सामाजिक कार्य:*आज शरद कुमार राव सरायअकिल में राव पैलेस गेस्ट हाउस और भूमि सरसों तेल की फैक्ट्री का संचालन कर रहे हैं। यह व्यवसायिक सफलता उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। इसके साथ ही, वह सामाजिक कार्यों में भी गहरी रुचि रखते हैं। वह राष्ट्रीय प्रभारी के रूप में संत शिरोमणि रविदास पीठ से जुड़े हैं, जहां वे समाज के वंचित वर्गों के लिए कई पहलें चला रहे हैं। गांव चलो अभियान जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से वह ग्रामीण क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। इस अभियान के जरिए शरद कुमार राव ने शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए कई गांवों में काम किया है, जिससे समाज में सकारात्मक परिवर्तन आया है।
*मीडिया में योगदान:*शरद कुमार राव ने मीडिया के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह दैनिक “यूपी फाइट टाइम्स” में करकारी संपादक के रूप में जुड़े हुए हैं, जहां वे समाज में हो रहे अन्याय और असमानता के खिलाफ आवाज उठाते हैं। उनका मानना है कि मीडिया के माध्यम से समाज के वंचित और दबे-कुचले लोगों की आवाज को समाज के सामने लाया जा सकता है, जिससे सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकें।
*निष्कर्ष:*शरद कुमार राव का जीवन यह सिखाता है कि यदि किसी व्यक्ति में समाजसेवा की भावना और कार्य करने की प्रतिबद्धता हो, तो वह किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकता है। उनकी मेहनत, समर्पण और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना हर किसी के लिए प्रेरणास्त्रोत है। वह न केवल एक सफल व्यवसायी और समाजसेवी हैं, बल्कि समाज में बदलाव लाने का एक प्रतीक बन चुके हैं।
*योगदान*संत शिरोमणि रविदास पीठ का “गांव चलो अभियान” शरद कुमार राव के सामाजिक कार्यों का एक बेहद महत्वपूर्ण और प्रभावशाली पहलू है। इस अभियान के माध्यम से उन्होंने समाज के निचले तबके और ग्रामीण क्षेत्रों में कई सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया है। आइए, इसे और विस्तार से समझते हैं:—*गांव चलो अभियान: एक सामाजिक क्रांति की ओर कदम*शरद कुमार राव का “गांव चलो अभियान”* सामाजिक सेवा में उनका योगदान दर्शाने वाला एक प्रमुख पहल है। यह अभियान खास तौर पर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने, उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में लाभ पहुंचाने के लिए शुरू किया गया था।कई वर्षों से, शरद कुमार राव ने संत शिरोमणि रविदास पीठ के राष्ट्रीय प्रभारी के रूप में इस अभियान को बढ़ावा दिया है। उनका उद्देश्य था कि ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को उनकी सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक स्थिति को सुधारने के लिए जागरूक किया जाए और उन्हें हर प्रकार की सरकारी योजना और लाभ तक पहुंच मिल सके।
*शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान:*गांव चलो अभियान के तहत शरद कुमार राव ने कई गांवों में शिक्षा की स्थिति को सुधारने के लिए कार्य किया। उन्होंने विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए कई पहलें कीं, साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए भी कई कार्यक्रमों की शुरुआत की। स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन, मुफ्त चिकित्सा जांच और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों के जरिए उन्होंने गांवों में स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान की दिशा में कई कदम उठाए हैं।
*समाजिक जागरूकता और अधिकारों की जानकारी:*इसके अलावा, शरद कुमार राव ने ग्रामीणों को उनके अधिकारों, सरकारी योजनाओं और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूक करने के लिए विभिन्न सेमिनार और कार्यशालाओं का आयोजन किया। उनका मानना है कि जब लोग अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगे, तो वे अपनी जीवनशैली में बदलाव ला सकते हैं और समाज में अपनी स्थिति को सुधार सकते हैं।
*समाज में समग्र बदलाव की दिशा में कदम:*गांव चलो अभियान ने शरद कुमार राव को न केवल एक नेता, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने वाले एक प्रेरणास्त्रोत के रूप में स्थापित किया है। इस अभियान ने न केवल ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने में मदद की, बल्कि एक व्यापक स्तर पर समाज में समानता, समृद्धि और प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है।—