देश-विदेश के लीडर, धर्म गुरुओं से प्रार्थना- शाकाहारी नशामुक्त बनें और अपने अनुयायीयों को भी बनाएं, शाकाहार नशामुक्ति का प्रचार करें
उज्जैन (म.प्र)दीपावली के त्यौहार पर देश-विदेश के सभी लोगों से यह प्रार्थना है कि सब लोग शाकाहारी हो जाएं। और जो भी अच्छे लोग हैं, चाहे किसी भी धर्म के मानने वाले लोग, वो शाकाहार अपना करके लोगों को भी शाकाहारी को बनावें, शाकाहार का प्रचार करें। अपने अनुयायीयों शिष्यों को शाकाहार की, नशे को छोड़ने की शिक्षा दें। खुद भी छोड़ें और दूसरों को भी छुड़वाएं।
समाज की रक्षा और सतयुग की स्थापना कैसे होगी
बाबाजी ने देश-विदेश के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री राजा-महाराजा, अधिकारी कर्मचारी सबसे अपील कि की आज आप लोग शाकाहारी रहने का संकल्प बना लीजिए। अंडा शराब मांसाहार की वजह से आने वाले भारी बुरे पाप कर्मों, गंदगी से बचने के लिए इसको आज छोड़ दीजिए। त्योंहार इसलिए आते हैं, बुराई छोड़ अच्छी ग्रहण करने की ही याद दिलाते हैं। भ्रष्टाचार और अपराध, मांसाहार करने और नशेड़ी बन जाने की वजह से होता है। इन्हें रोके बिना आप कितना भी उपाय कर लो लेकिन यह चीज जड़ से खत्म नहीं होगी। ये दो चीज अगर हट जाए तो भ्रष्टाचार और अपराध बहुत कम हो जाए, बुद्धि लोगों की सही हो जाएगी।
बाबाजी की चेतावनी
अगर आप लोगों ने ध्यान नहीं दिया तो आज त्यौहार के दिन 31 अक्टूबर 2024 को मैं आपको बता देना चाहता हूं की कोई भी कितना भी शक्तिशाली आ जाए, लेकिन अपराध और भ्रष्टाचार को खत्म नहीं कर सकता है। अगर यह चीज खत्म नहीं होगी तो यह ऐसी छूत की बीमारी है कि बढ़ती ही चली जाएगी।
युवाओं में बढ़ता नशा करेगा सर्वनाश
आजकल नशा बहुत बढ़ रहा है। लोगों को, सतसंगीयों को ही खबर भी नहीं लगती कि हमारा बच्चा नशेड़ी हो गया। नशे में गाली गुप्ता बकने लगता है। जब औरतें शादी में पहनने के लिए जेवर खोजती है तब पता चलता है अंदर ही अंदर घर से जेवर गायब, बैंक से रुपया निकल गए। नशेबाजी करेगी सर्वनाश।
सभी जाति मजहब के लोगों से प्रार्थना
नशे से कोई काम हो सकता है? किसी का भविष्य बन सकता है? नहीं बन सकता है। नशेड़ी आदमी नौजवान अधिकारी कर्मचारी नेता, कोई भी हो, कुछ नहीं कर सकता, कोई भला नहीं कर सकता है। देश का इससे तो सत्यानाश होना है। इसलिए सभी जाति मजहब के धार्मिक लोगों, सभी पार्टी के नेताओं से मेरी प्रार्थना है कि- हाथ जोड़कर विनय हमारी, तजो नशा बनो शाकाहारी।। छोड़ो व्यभिचार बनो ब्रह्मचारी, सतयुग लाने की करो तैयारी।।