डीएम ने अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर सभी जनपद वासियों को दी बधाई।
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री का अभिनव भारत के निर्माण में अतुल्यनीय योगदान।- डीएम
बेहतरीन का कोई अंत नहीं, अतः कलेक्ट्रेट अधिकारी/कर्मचारी और बेहतर बने। -डीएम
महान विभूतियों के विचारों, आदर्शों, संदेशों, प्रेरणाओं को हम सब आत्मसात करें। -डीएम
धनंजय पाण्डेय यूपी फाइट टाइम्स
कुशीनगर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा द्वारा कलेक्ट्रेट में अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति महात्मा गांधी की 154वीं जयंती तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 119वीं जयंती के उपलक्ष्य में कलेक्ट्रेट में ध्वजारोहण कर 2 अक्टूबर के कार्यक्रम की शुरुआत की गई ।तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा दोनों महान विभूति की चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित की गई तत्पश्चात सभी उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारियों ने पुष्पांजलि अर्पित कर विनम्र श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा महात्मा गांधी का प्रसिद्ध भजन ‘‘रघुपति राघव राजा राम‘‘ गाकर कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए गोष्टी का आयोजन किया गया।जिसमे बारी-बारी से सभी ने अपने विचार रखें।
कार्यक्रम के संबोधन में जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने कहा कि दोनों विभूतियों के विचार आज भी प्रासंगिक है और उन सभी महान नायकों को प्रणाम करता हूं, जिन्होंने भारतीय संस्कृति, गौरव को स्थापित कर अभिनव भारत के नवनिर्माण व राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया है, नमन और वंदन करता हूं जिन स्वतंत्र सेनानियों ने जन कल्याण की भावना से लोक कल्याणकारी का उद्देश्य अपने मन में स्थापित कर सर्वोदय समाज का निर्माण किया । परिवर्तन संसार का नियम है, अगर हम नहीं बदलेंगे तो सहज ही विलुप्त हो जाएंगे, अतः कलेक्ट्रेट परिसर के सभी अधिकारी कर्मचारी निरंतर जनकल्याण और सेवा की भावना रखे और आए हुए पीड़ितों की समस्या का समाधान करें अथवा उचित मार्गदर्शन करें । बेहतरीन का कोई अंत नहीं होता है, अतः बेहतर बने तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी के विचारों, आदर्शों, संदेशों, प्रेरणाओं को हम सब आत्मसात करें जिससे कि एक बेहतर राष्ट्र का निर्माण हो सके तथा महात्मा गांधी के स्वच्छता के विचारों को अपनाते हुए जीवन में निरंतर आगे बढ़े।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वैभव मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा जय जवान जय किसान के उद्घोषक पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के कथनों को अपने आचरण में उतरना ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी । महात्मा गांधी के समानता, स्वतंत्रता, अस्पृश्यता का अंत तथा नारी सम्मान के विचारों को आत्मसात करें तथा सामंतवादी सोच को दूर रखते हुए अपने अधीनस्थ कर्मचारी के साथ कुशल व्यवहार करें तथा उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन के अनुभवों को भी बताया और कहा कि ईश्वर सबके अंदर व्याप्त है अतः प्रत्येक मनुष्य को सामंतवादी सोच को दूर रखते हुए दोनों महान विभूतियां के विचारों को अपने आचरण में लाकर हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
कलेक्ट्रेट परिसर में खादी ग्रामोद्योग और रेशम विभाग द्वारा स्टॉल/ प्रदर्शनी भी लगाई गई।
कार्यक्रम दौरान एसडीएम न्यायिक पडरौना ने कहा जो परिवर्तन आप समाज में देखना चाहते है वह स्वयं में चरितार्थ करे और एसडीएम न्यायिक कसया ने कविता प्रस्तुति के माध्यम से अपने विचारों को गोष्टी में रखा।
कार्यक्रम का संचालन बृजेश श्रीवास्तव ने किया।संचालन के दौरान बृजेश जी ने अपने विद्यार्थी जीवन के गांधी जी से संबंधित संस्मरणों को बताया।
इस अवसर पर कलेक्टर मजिस्ट्रेट एसडीएम न्यायिक पडरौना मो0 जफर, उपजिलाधिकारी न्यायिक कसया अनिल कुमार, प्रशासनिक अधि0 राजेश श्रीवास्तव, कलेक्ट्रेट नाजिर अतुल श्रीवास्तव,समस्त पटल सहायक, जनपद स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।